उदयपुर में एक और पैंथर पिंजरे में कैद, अब तक कुल 4 तेंदुए आ चुके हैं पकड़ में

उदयपुर में तेंदुए का आतंक बरकरार है. अब तक पकड़ में आए 3 तेंदुओं में आदमखोर तेंदुए की गुत्थी को लेकर उलझन है. वहीं, गोगुन्दा की छाली ग्राम पंचायत के बागदडा में पिंजरे में एक और पैंथर कैद हुआ है.

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Udaipur News: उदयपुर में तेंदुए का आतंक बरकरार है. अब तक पकड़ में आए 3 तेंदुओं में आदमखोर तेंदुए की गुत्थी को लेकर उलझन है. वहीं, गोगुन्दा की छाली ग्राम पंचायत के बागदडा में पिंजरे में एक और पैंथर कैद हुआ है. वन विभाग ने इस क्षेत्र में पैंथर को पकड़ने के लिए कई पिंजरे लगा रखे हैं. इसी में एक पिंजरा वहां लगाया गया था, जहां दो दिन पहले गायों का शिकार हुआ था. उसी जगह देर रात यह पैंथर (Panther) शिकार की तलाश में आया और पिंजरे में कैद हो गया. छाली ग्राम पंचायत के सरपंच गणेश लाल खेर ने वन विभाग के अधिकारियों को सूचना दी. अब तक इस क्षेत्र में पैंथर 5 इंसानो को निवाला बना चुका है. 

29 सितंबर की रात को भी तेंदुए ने वृद्ध महिला को बनाया था शिकार

उदयपुर के ग्रामीण इलाकों में इस महीने तेंदुए के शिकार की कुल 6 घटनाएं सामने आ चुकी हैं. शनिवार 29 सितंबर की रात को भी उदयपुर के गोगुन्दा इलाके में तेंदुए ने एक वृद्ध महिला का शिकार किया था. वृद्ध महिला का बुरी तरह से नोंच खाया हुआ शव जंगल के भीतर मिला है. तेंदुए के आंतक के उदयपुर के लोगों में दहशत है.

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तेंदुए के शिकार की ये घटनाएं आ चुकी हैं सामने

इसी महीने 8 सितंबर को झाड़ोल के धिकालिया गांव में पहली घटना हुई थी. यहां मीराबाई अहारी की मौत हुई थी. इसके बाद 19 सितंबर सुबह ऊंडिथल गांव की रहने वाली कमला का शिकार किया और उसका हाथ और पैर खा गया. इसी दिन 19 सितंबर शाम को भेवडिया गांव में खुमाराम को तेंदुए ने शिकार बनाया और उसकी मौत हो गई. 20 सितंबर सुबह 11 बजे महिला पर हमला किया. हालांकि इस दौरान महिला ने भाग कर जान बचाई. 20 सितंबर की शाम 6:30 बजे वृद्धा हमेरी पर हमला किया, जिससे उसकी मौत हो गई. ठीक 5 दिन बाद 25 सितंबर को मजावद ग्राम पंचायत के कुंडाऊ गांव में 5 साल की बच्ची का शिकार किया.

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