राजस्थान का ये शख्स 1.60 लाख में खरीद लाया दुल्हन, अब साथ रहने से इनकार; गाड़ी में डालकर ले गए घरवाले

मौके पर मौजूद कुछ लोगों ने पुलिस को सूचना दी. हालांकि इससे पहले कि पुलिस वहां आती इससे पहले ही ताराचंद और उसकी बेटी महिला को गाड़ी में बैठाकर घर ले गए.

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Churu News: ख़बर जानने से पहले एक बार इस दृश्य को पढ़िए- चूरू के गाजूसर निवासी ताराचंद मेघवाल व उसकी बेटी एक महिला को जबरदस्ती घर ले जाने की कोशिश कर रहे हैं. लेकिन महिला उनके साथ जाने को तैयार नहीं है . पिता और बेटी महिला के आगे हाथ जोड़ते और पैर पकड़ते रहे, लेकिन वह टस से मस नहीं हुई. देखते ही देखते वहां लोगों की भीड़ जमा हो गई, और यह पूरा घटनाक्रम लोगों के लिए तमाशे में तब्दील हो गया.

समझते हैं मामला क्या है?

दरअसल महिला का नाम गगन है. गगन पंजाब की रहने वाली है और तारा चंद मेघवाल की 'पत्नी ' है. कुछ साल पहले ताराचंद मेघवाल की पत्नी के निधन के बाद ताराचंद ने शादी करने का सपना देखना शुरू कर दिया और इसी बीच वह कुछ दलालों के संपर्क में आया, ये दलाल बड़ी उम्र वाले लोगों की शादियां करवाते हैं. दलालों ने 1 लाख 60 हजार रुपये लेकर  उसकी शादी पंजाब निवासी गगन नाम की महिला से करवा दी. 20 जनवरी को शादी की सभी रस्में पूरी की गईं, वरमाला पहनाई गई, मंगलसूत्र भी पहनाया गया और मांग भी भरी गई.

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20 जनवरी को हुई थी ताराचंद और गगन की शादी

लुटेरी दुल्हन निकली महिला ! 

लेकिन यह सब एक सुनियोजित साजिश थी, जिसमें दलालों ने चालाकी से किसी भी प्रकार के दस्तावेज तैयार नहीं करवाए. यह मामला भी उन्हीं लुटेरी दुल्हनों की ठगी का हिस्सा था जिसमें महिला कुछ दिनों तक पति के घर पर रहती है और फिर अचानक गायब होकर दलालों के पास वापस पहुंच जाती है, जहां से उसे किसी और व्यक्ति को फंसाने के लिए तैयार कर दिया जाता है.

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पकड़ कर ले गए बेटी बेटी और पिता 

ताराचंद के साथ भी ऐसा ही हुआ. महिला अचानक घर छोड़कर निकल गई और सरदारशहर के कच्चा बस स्टैंड पहुंच गई. जब ताराचंद को इसकी जानकारी मिली तो वह भी तुरंत वहां पहुंचा और महिला को पकड़ लिया. लेकिन महिला उसके साथ जाने को तैयार नहीं हुई.

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जबकि महिला का कहना था कि पैसे उसे नहीं बल्कि दलालों को दिए गए हैं और वह अपने घर वापस जाना चाहती है. मौके पर मौजूद कुछ लोगों ने पुलिस को सूचना दी. हालांकि इससे पहले कि पुलिस वहां आती इससे पहले ही ताराचंद और उसकी बेटी महिला को गाड़ी में बैठाकर घर ले गए.

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