तीन दोस्तों ने मिलकर खेत में खाया पपीता, हाथ धोने पहुंचे तालाब तो 2 दोस्त की चली गई जान...

दोनों युवक आंध्र प्रदेश में मजदूरी और व्यवसाय से जुड़े हुए थे. उनके साथ गोगा वाड़ा निवासी सुरेश भी था, जो उन्हें डूबता देख मदद लाने के लिए भागा, लेकिन जब तक गांव के लोग मौके पर पहुंचे, तब तक दोनों की जान जा चुकी थी.

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मृतक युवकों की तस्वीर

Rajasthan News: आंध्र प्रदेश के अनंतपुर जिले के कल्याण दुर्गम क्षेत्र में मंगलवार को एक दर्दनाक हादसे में जालोर जिले के दो युवकों की फार्म पोंड में डूबने से मौत हो गई. दोनों युवक खेत में पपीता खाने के बाद हाथ धोने के लिए पोंड की ओर गए थे. इसी दौरान पैर फिसलने से एक युवक पानी में गिर गया. दूसरा उसे बचाने के प्रयास में उतरा, लेकिन दुर्भाग्यवश दोनों की जान चली गई.

ऐसे हुआ हादसा

मंगलवार शाम लगभग 4 बजे तीनों युवक खेत में पपीते खाने गए थे. पपीता खाने के बाद वे खेत में बने फार्म पौंड पर हाथ धोने पहुंचे. इस दौरान भगवत सिंह का पैर फिसल गया और वह पानी में गिर गया. उसे बचाने के लिए जालाराम भी कूद पड़ा. लेकिन पानी गहरा होने के कारण दोनों ही डूब गए. सुरेश ने तुरंत दौड़कर आसपास के ग्रामीणों को सूचना दी, लेकिन जब तक लोग पहुंचे और शवों को बाहर निकाला गया, तब तक काफी देर हो चुकी थी.

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22 और 25 साल के थे युवक

मृतकों की पहचान जालाराम (22) पुत्र अमराराम देवासी, निवासी सुमेरपुर खेड़ा और भगवत सिंह सोलंकी (25) पुत्र प्रतापसिंह, निवासी देवकी गांव, तहसील आहोर, जिला जालोर के रूप में हुई है. दोनों युवक आंध्र प्रदेश में मजदूरी और व्यवसाय से जुड़े हुए थे. उनके साथ गोगा वाड़ा निवासी सुरेश भी था, जो उन्हें डूबता देख मदद लाने के लिए भागा, लेकिन जब तक गांव के लोग मौके पर पहुंचे, तब तक दोनों की जान जा चुकी थी.

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करीब डेढ़ घंटे की मशक्कत के बाद दोनों शवों को बाहर निकाला गया. पुलिस ने शवों को पोस्टमार्टम के लिए भिजवाया और बुधवार को उन्हें जालोर के लिए रवाना किया गया. शव गुरुवार शाम तक जालोर पहुंचेंगे, जिसके बाद अंतिम संस्कार किया जाएगा.

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परिवारों पर टूटा दुख का पहाड़

जानकारी के अनुसार, भगवत सिंह पिछले 5 वर्षों से अनंतपुर में इलेक्ट्रॉनिक की दुकान पर कार्यरत था. उसकी एक वर्ष पूर्व दयालपुरा गांव में शादी हुई थी. उसकी पत्नी रेखा कंवर इस समय छह माह की गर्भवती है. भगवत सिंह तीन बहनों का इकलौता भाई था. उसके पिता प्रताप सिंह मुंबई में कपड़ों की दुकान चलाते हैं.

वहीं जालाराम अपने जीजा के साथ हार्डवेयर की दुकान संभाल रहा था. उसका विवाह भी एक साल पहले ही हुआ था. वह तीन भाइयों में सबसे छोटा था, जबकि उसके माता-पिता और भाई हरियाणा में पशुपालन का काम करते हैं.

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