Alwar: अलवर के सरिस्का से निकले बाघ को आज 26 दिन बाद एनक्लोजर से रिलीज किया गया. बाघ-2402 सरिस्का से निकलकर बांदीकुई पहुंच गया था. इसके बाद बाघ को टैंकुलाइज कर एनक्लोजर में छोड़ा गया. एक्सपर्ट के मुताबिक, युवा बाघ होने से यह अपनी अलग टेरिटरी बनाने के दौरान 1 जनवरी को बांदीकुई क॑ महुखुर्द में पहुंच गया था. लेकिन अब बाघ का व्यवहार सामान्य पाया गया. इसके बाद आज सुबह 5:40 बजे करनाका बास एनक्लोजर से रिलीज किया गया. बाघ ने सामान्य रूप से जंगल की तरफ मूवमेन्ट किया है.
मॉनिटरिंग के लिए गठित की गई स्पेशल टीम
सरिस्का बाघ परियोजना के उप वन संरक्षक ने बताया कि बाघ परियोजना सरिस्का का 2 वर्षीय नर बाघ एसटी-2402 का विचरण क्षेत्र रेंज अकबरपुर और सरिस्का अधीन क्षेत्रों में रहा है. रिलीज किए जाने के बाद बाघ की मॉनिटरिंग के लिए 2 स्पेशल टीम गठित की गई है. बाघ पर जीपीएस युक्त रेडियो कॉलर लगा हुआ है, जिससे बाघ की 24 घंटे मॉनिटरिंग की जा रही है.
3 लोगों को किया था घायल, वन विभाग की टीम पर भी किया हमला
गौरतलब है कि इस बाघ ने दौसा के महुखुर्द गांव में महिला समेत 3 लोगों को घायल किया था. साथ ही जब वन विभाग की टीम इसे पकड़ने गई तो उसने वाहन पर हमला कर दिया. इस दौरान गाड़ी का कांच टूट गया था. हालांकि इस हमले में कोई चोटिल नहीं हुआ. दो दिन तक बाघ का आतंक झेलने के बाद इसे रैनी क्षेत्र के गांव करणपुरा से ट्रेंकुलाइज किया गया था.
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