टीकाराम जूली और डोटासरा ने किया राजस्थान उपचुनाव में जीत का दावा, टिकट और इंडिया गठबंधन पर कही यह बात

सात सीटों पर उपचुनाव के ऐलान के साथ ही कांग्रेस नेता और नेता प्रतिपक्ष टीकाराम जूली और कांग्रेस प्रदेश अध्यक्ष गोविंद सिंह डोटासरा ने उपचुनाव में जीत का दावा किया है.

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Rajasthan Politics: राजस्थान में विधानसभा उपचुनाव के तारीख का ऐलान चुनाव आयोग ने कर दिया है. 7 विधानसभा सीटों पर उपचुनाव की वोटिंग 13 नवंबर को होने वाली है. ऐसे में अब प्रदेश में सियासी रंग चढ़ने लगा है. चूकि यह विधानसभा उपचुनाव बीजेपी और कांग्रेस दोनों के लिए काफी अहम है. तो बयानबाजी भी शुरू हो गई है. सात सीटों पर उपचुनाव के ऐलान के साथ ही कांग्रेस नेता और नेता प्रतिपक्ष टीकाराम जूली और कांग्रेस प्रदेश अध्यक्ष गोविंद सिंह डोटासरा ने उपचुनाव में जीत का दावा किया है. उनका कहना है कि सातों सीट पर कांग्रेस जीत दर्ज करने वाली है. 

गोविंद सिंह डोटासरा ने कहा, प्रदेश की सातों विधानसभा सीटों पर बीजेपी साप होगी. पहले यह पर्ची सरकार थी.. फिर सर्कस हुई और अब यूटर्न सरकार हो गई है. जो पहले आदेश निकालते हैं फिर खुद ही निरस्त कर देते हैं. मुख्यमंत्री विदेश दौरे पर हैं वहां कोई मीटिंग फिक्स नहीं बस यूं ही घूम रहे हैं. कहां से इनवेस्टमेंट लाएंगे इसका कोई अता-पता नहीं है.

राजस्थान में दिल्ली की कठपुतली सरकार  में जनता की सुनवाई नहीं

टीकाराम जूली ने कहा कि 13 नवम्बर को होने वाले उप-चुनाव लोकसभा चुनावों के बाद प्रदेश की जनता के लिए प्रदेश की उदासीन और असमंजस की सरकार के रिपोर्ट कार्ड पर वोट डालने का अवसर होगा. उन्होंने कहा कि चौरासी, सलूम्बर, खींवसर, दौसा, देवली - उनियारा, रामगढ़ और झुंझुनूं विधानसभा क्षेत्रों में होने जा रहे इन उप-चुनावों में सत्तारूढ़ भाजपा की करारी हार सुनिश्चित है. दस महीनों में प्रदेश में पर्ची सरकार के नित नये सर्कस से प्रदेश की जनता त्रस्त हो चुकी है. प्रदेश में कमजोर सरकार से जंगलराज के हालात हैं. कई जिलों में पुलिस अधीक्षक तक नहीं हैं. भ्रष्टाचार और महिला उत्पीड़न चरम पर है. गृह, शिक्षा, चिकित्सा, कृषि, ऊर्जा, सिंचाई, ग्रामीण विकास, सामाजिक न्याय एवं आधिकारिता हरेक महकमे में अराजकता की स्थिति है. दिल्ली के हाथों कठपुतली बनी भाजपा की राज्य सरकार अंर्तकलह और गफलत से ग्रस्त है. जनता की कहीं पर सुनवाई नहीं हो रही है. कांग्रेस शासन में बने नये संभागों और जिलों को तोड़ने के बयान देकर पर राज्य सरकार और भाजपा जनता पर मानसिक दबाव बना रही है.

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बीजेपी ईआरसीपी को लेकर भी दबाव की राजनीति कर रही है. ऐसे में प्रदेश की जनता में अंसतोष व्याप्त है और लोकसभा चुनाव के बाद एक बार भाजपा को सबक सिखाने के लिए तत्पर है. इन सभी सातों सीटों पर कांग्रेस पार्टी की प्रचण्ड जीत होगी.

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कांग्रेस की सातों सीट पर तैयारी टिकट का जल्द होगा ऐलान

जूली ने कहा की हरियाणा चुनाव भाजपा ने कैसे जीता ये सब जानते हैं इसका असर राजस्थान पर नहीं होगा. इंडिया गंठबधन का फैसला आला कमान को करना है लेकिन कांग्रेस ने सभी सीटों पर चुनाव लड़ने पूरी तैयारी है. सभी सीटों पर नाम तय कर लिए गए हैं जल्द नामों का एलान हो जाएगा. 

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