Rajasthan Politics: मंत्री के बयान पर जूली का पलटवार, बोले- पहले बीफ एक्सपोर्ट बैन करे सरकार, फिर बकरों पर लगे रोक

Joraram Kumawat: पशुपालन मंत्री जोराराम कुमावत ने कहा था कि बकरा एक जीव है, उसकी हत्या हमारी संस्कृति के खिलाफ है.

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Tikaram Jully reaction on Joraram Kumawat statement: राजस्थान विधानसभा में नेता प्रतिपक्ष टीकाराम जूली ने पशुपालन मंत्री जोराराम कुमावत के बयान पर प्रतिक्रिया दी है. उन्होंने कहा कि यह बीजेपी का एजेंडा है, इस त्योहार पर ही इनको बकरे दिखाई देते हैं. इनको गाय की चिंता नहीं है. आज हालात यह हैं कि बीफ निर्यात में भारत एक नंबर देश बन गया है. एक्सपोर्ट बढ़ा है, घटा नहीं है. जूली ने तंज कसते हुए कहा कि आंकड़ों का इनको ज्ञान नहीं है. मंत्री भले आदमी हैं, इनको आंकड़े नहीं बताए गए हैं. अगर आंकड़े बताते तो मंत्री ऐसा बयान नहीं देते. 

भाईचारा बिगाड़ने की हो रही कोशिश- जूली

उन्होंने कहा, "इनको बकरों की संख्या की चिंता ज्यादा है, गायों की संख्या की चिंता नहीं है. गाय और बकरे के नाम पर यह हमेशा भाईचारा बिगाड़ने का काम करते हैं. इस तरीके का काम कर रहे हैं." टीकाराम जूली बोले कि पहले भारतीय जनता पार्टी की सरकार बीफ एक्सपोर्ट पर रोक लगाएं, फिर बकरों पर रोक लगाई जाए.

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कुर्बानी पर मंत्री ने कहा था- केंद्र से गाइडलाइन मंगवाई 

दरअसल, राजस्थान में ईद उल अजहा से पहले जयपुर से 9350 बकरे पहली बार एयर कार्गो से खाड़ी देशों को भेजे गए. इस पर पशुपालन मंत्री जोराराम कुमावत ने कड़ी आपत्ति जताई थी. उन्होंने कहा था कि बकरा एक जीव है, उसकी हत्या हमारी संस्कृति के खिलाफ है. उन्होंने इसे सनातन परंपरा के विरुद्ध बताया और कहा कि केंद्र की गाइडलाइन मंगवाई गई है. लेकिन कुर्बानी पर रोक की फिलहाल कोई योजना नहीं है.

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