Jaipur-Delhi Toll Increase: हाल ही में जयपुर-दिल्ली नेशनल हाईवे पर टोल टैक्स की बढ़ोतरी की है. नेशनल हाईवे ऑथरिटी ऑफ इंडिया (NHAI) ने अधिसूचना जारी कर 18 जनवरी की रात 12 बजे से 35 रुपये टोल टैक्स अधिक वसूलना शुरू किया है. वहीं यह बढ़ा हुआ किराया तीन टोल नाकों पर चुकाना पड़ रहा है. तीन टोल नाकों पर 5 रुपये, 10 रुपये और 20 रुपये टोल का किराया बढ़ाया गया है. लेकिन आश्चर्य की बात यह है कि इन टोल नाकों पर जहां लोकल कॉर्मशियल वाहनों को 25 रुपये चुकाने पड़ रहे थे. उन्हें अब 12 गुना ज्यादा टोल चुकाना पड़ रहा है.
NHAI ने द्वारा टोल बढ़ोतरी की वजह से स्थानीय ट्रांसपोर्ट में आक्रोश पैदा कर दिया है. इस बढ़ोतरी के खिलाफ ट्रांसपोटर्स ने 21 जनवरी को एकजुट होकर एसडीएम कार्यालय के बाहर विरोध प्रदर्शन किया था. जबकि 22 जनवरी को शाहजहांपुर टोल पर ट्रांसपोटर्स प्रदर्शन कर रहे इस वजह से कुछ देर के लिए शाहजहांपुर टोल प्लाजा टोल फ्री हो गया.
भाड़े से ज्यादा टोल की वसूली
टोल के बढ़ने पर आक्रोशित ट्रांसपोटर्स कहना है कि पहले 25 रुपये टोल लिया जाता था लेकिन अब एक तरफ का टोल 325 रुपये लिया जा रहा है. जिससे उन्हें आर्थिक नुकसान सहना पड़ रहा है. क्योंकि भाड़े से ज्यादा टोल वसूली हो रही है. प्रदर्शनकारियों का कहना है कि 18 जनवरी को अचानक टोल दरों में हुई वृद्धि ने उन्हें आर्थिक रूप से प्रभावित किया है. स्थानीय ट्रांसपोर्टर्स का आरोप है कि नई टोल दरें उनकी संचालन लागत को बढ़ा रही हैं, जिससे उनके लिए व्यवसाय चलाना मुश्किल हो गया है.
आम आदमी पर भी पड़ेगा असर
लोकल ट्रांसपोटर्स से अगर 325 रुपये का टोल लिया जाएगा तो इसका असर सीधे तौर पर आम लोगों पर भी असर पड़ने वाला है. क्योंकि अब ट्रांसपोटर्स टोल की कीमत किराये से वसूलेंगे. ऐसे में आम लोगों को ट्रांसपोटर्स को यह टोल चुकाना होगा. वहीं अगर लोग ज्यादा टोल की वजह से लोकल ट्रांसपोटर्स के जरिए काम नहीं लेंगे तो इससे ट्रांसपोटर्स के व्यवसाय पर गहरा असर पड़ेगा.
स्थानीय ट्रांसपोर्टर ने बताया, 18 जनवरी से एनएचएआई द्वारा टोल बढ़ोतरी के चलते लोकल का टोल भी बढ़ा दिया गया. हमने पहले भी प्रदर्शन किया लेकिन संतोषजनक जवाब नहीं मिला. लोकल चलने वाली गाड़ियां 3-4 चक्कर करती है टोल बढ़ोतरी के चलते गाड़ियों का भाड़ा अब टोल दरों से भी अधिक हो गया है, एसडीएम ने भरोसा दिया है कि आपकी मदद की जाएगी. लेकिन अब तक इस मामले में कोई बात नहीं हुई है.
ट्रांसपोर्टर ने बताया कि "एनएचएआई द्वारा 18 जनवरी को अचानक टोल बढ़ोत्तरी के कारण लोकल चलने वाली गाड़ियों का भाड़े से ज्यादा हुआ टोल,12 गुना ज्यादा बढ़ाया गया टोल".
NHAI ने कहा नहीं मिलेगी रियायत
एनएचएआई के अधिकारी महेंद्र चावला ने एनडीटीवी को जानकारी देते हुए बताया कि शाहजहांपुर टोल पर पहले BOT टोल 1997 के नियमानुसार चल रहा था. जिसके तहत टोल के 20 किलोमीटर दायरे में लोकल वाहनों से 25 रुपए टोल वसूली की जा रही थी. बीओटी (बिल्ड ऑपरेट ट्रांसफर) में टोल कॉन्ट्रेक्टर ही टोल वसूल कर रहा था जिसमें रेवेन्यू उसी कंपनी को जा रहा था, जिसने कंस्ट्रक्शन करवाया था.
इस टोल की वसूली सीधा NHAI द्वारा की जाएगी जिसका रेवेन्यू सीधा सरकार के पास जाएगा. NHAI द्वारा संबंधित मिनिस्ट्री से इसका अप्रूवल ले लिया गया हैं. हालांकि नॉन कमर्शियल गाड़िया मंथली पास बनवा सकती हैं. लेकिन कमर्शियल वाहनों को टोल में किसी प्रकार की रियायत नहीं दी जाएगी.
जयपुर-दिल्ली NH पर नॉन कॉमर्शियल वाहनों के कितना बढ़ाया गया है टोल
जयपुर-दिल्ली NH पर दौलातपुरा टोल, मनोहरपुर टोल और शाहजहांपुर टोल हैं. जिस पर अलग-अलग किराया निर्धारित है. वहीं अब NHAI के निर्देश के अनुसार इन टोल पर किराया ज्यादा लिया जाएगा. तीन टोल नाकों पर 5 रुपये, 10 रुपये और 20 रुपये टोल का किराया बढ़ाया गया है. दोलतपुरा टोल पर पहले 70 रुपये टोल था जो अब 75 रुपये लिये जाएंगे. मनोहरपुर टोल प्लाजा पर पहले 80 रुपये लिये जा रहे थे जो अब 90 रुपये लिये जाएंगे. जबकि शाहजहांपुर टोल पर पहले 170 रुपये टोल लिये जा रहे थे जो अब 190 रुपये लिये जाएंगे. यानी अब कुल 355 रुपये देने होंगे.
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