Rajasthan Politics: राजस्थान के टोंक जिले में कांग्रेस में अल्पसंख्यक कांग्रेसी नेताओं ने अल्पसंख्यक जिलाध्यक्ष बनाने की मांग की है. यह मांग उपचुनावों की घोषणा से ठीक पहले की गई. इस समय कांग्रेस के अल्पसंख्यक नेताओं में नाराजगी देखने को मिल रही है. यह नाराजगी इस बात को लेकर है कि टोंक जिले की हाल ही में जिलाध्यक्ष द्दारा घोषित की गई कार्यकारिणी में अल्पसंख्यकों की पूरी तरह से अवहेलना की गई है.
टोंक में एक बैठक आयोजित कर कांग्रेस के वरिष्ठ अल्पसंख्यक नेताओं और आधा दर्जन से ज्यादा पार्षदों ने टोंक से विधायक और कांग्रेस के राष्ट्रीय महासचिव सचिन पायलट से मिलकर अल्पसंख्यक जिला अध्यक्ष बनाये जाने की मांग रखने का निर्णय लिया है.
सचिन पायलट से मांग करने का फैसला
टोंक जिला मुख्यालय पर रविवार को कांग्रेस के असंतुष्ठ अल्पसंख्यक नेताओं की बैठक आयोजित की गई, जिसमें हाल ही में कांग्रेस के जिलाध्यक्ष द्दारा एक साल के लंबे इंतजार के बाद घोषित की गई. जिला कार्यकारिणी को लेकर गहरा नाराजगी जताई गई. साथ ही बैठक में सचिन पायलट से मिलकर अल्पसंख्यक जिला अध्यक्ष बनाये जाने की मांग किए जाने का निर्णय लिया गया.
3 दर्जन से ज्यादा सीनियर नेता हुए शामिल
बैठक में 3 दर्जन से ज्यादा वरिष्ठ और युवा अल्पसंख्यक कांग्रेस नेताओं ने भाग लिया, जिसमें वरिष्ठ नेताओं के साथ ही नगर परिषद के कुछ पार्षदों ने भी भाग लिया. वह इस बात पर भी वक्ताओं ने जोर दिया कि सचिन पायलट के 2018 में टोंक सीट से चुनाव लड़ने से पहले कांग्रेस इस सीट पर अल्पसंख्यक को टिकट देती आई थी.
गुटबाजी का आरोप
वहीं हाल ही में जो कार्यकारिणी घोषित की गई है, उसमें जिलाध्यक्ष ने कांग्रेस अल्पसंख्यकों के एक गुट के इशारे पर कार्यकारिणी घोषित की है. बैठक में आगामी दिनों में अपने इस्तीफे जिला कांग्रेस कार्यालय पर चस्पा करने, आगामी उपचुनाव में सबक सिखाने सहित कई बातों पर चर्चा हुई.
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