नरेश मीणा की रिहाई के लिए टोंक में आज महापंचायत, 1 लाख लोगों के जुटने का दावा; पुलिस की चप्पे-चप्पे पर नजर

पुलिस प्रशासन का कहना है कि सभा में आने वाले हर व्यक्ति पर रखी जाएगी. रास्तों पर जगह-जगह चेकिंग पॉइंट बनाए गए हैं. गाड़ियों के नंबर नोट करने से लेकर वीडियोग्राफी भी की जाएगी.

विज्ञापन
Read Time: 3 mins
नरेश मीणा की रिहाई के लिए टोंक में महापंचायत

Naresh Meena News: राजस्थान में उपचुनाव के दिन, 14 नवंबर को हुए एसडीएम के साथ थप्पड़कांड मामले में नरेश मीणा और उनके कई समर्थक जेल में बंद हैं. अब नरेश मीणा की रिहाई की मांग के लिए उनके समर्थकों ने रविवार (29 दिसंबर) को टोंक के नगरफोर्ट में महापंचायत बुलाने का ऐलान किया है. इसके लिए तैयारी भी पूरी हो गई है. नरेश मीणा के समर्थकों का दावा है कि इस महापंचायत में करीब एक लाख लोग शामिल होंगे. उधर जिला प्रशासन की तरफ से भी कानून व्यवस्था को लेकर पुख्ता इंतजाम किए गए. कलेक्टर और एसपी का कहना है कि किसी भी सूरत में कानून व्यवस्था को बिगड़ने नहीं दिया जाएगा. 

ड्रोन से सभा पर रहेगी नजर

कलेक्टर सोम्या झा ने बताया कि शर्तों के साथ सभा की अनुमति दी गई है. आकलन के आधार पर पर्याप्त मात्रा में जाप्ता लगाया जा रहा. जिला कलेक्टर डॉ सौम्या झा ने जनता से अपील की है कि घबराए नहीं सभा शांति पूर्व सम्पन्न होगी. वहीं, टोंक पुलिस अधीक्षक विकास सागवान का कहना है कि सभा में आने वाले हर व्यक्ति पर रखी जाएगी. रास्तों पर जगह-जगह चेकिंग पॉइंट बनाए गए हैं. गाड़ियों के नंबर नोट करने से लेकर वीडियोग्राफी भी की जाएगी. सभा पर ड्रोन से नजर रखी जायेगी. एसपी ने जनता से अपील करते हुए कहा कि किसी भी तरह वायलेंस नहीं फैलाएं. हिंसा फैलाने पर सख्त कार्रवाई की जाएगी.

Advertisement

उपचुनाव के लिए वोटिंग के दिन बवाल

13 नवंबर को देवली-उनियारा सीट पर उपचुनाव के दौरान समरावत्ता में  ग्रामीणों ने विभिन्न मांग को लेकर वोटिंग का बहिष्कार शुरू किया और हंगामा किया. इसके बाद वहां पहुंचे निर्दलीय प्रत्याशी नरेश मीणा ने बहस के बाद एसडीएम को थप्पड़ दिया था. एसडीएम को थप्पड़ मारने का मामला तूल पकड़ लिया और नरेश मीणा की जगह-जगह गिरफ्तारी की मांग के लिए विरोध प्रदर्शन भी हुए. उधर वोटिंग का बहिष्कार करने वाले ग्रामीण इस थप्पड़कांड के बाद मतदान स्थल से थोड़ी दूर धरना दिया.

Advertisement

करीब 4 घण्टे से बाद दोपहर 3:30 बजे के करीब ग्रामीण मतदान के लिए तो राजी हो गए, लेकिन मतदान करने के बाद वह नरेश मीणा के साथ वापस वह धरने पर बैठ गए थे और रात्रि को मतदान सम्प्पन होने के बाद गांव में हिंसा और आगजनी हुई थी जिसमे कई चौपहिया और दोपहिया वाहन भी जलाए गए थे. बाद में भारी पुलिस बल के बीच नरेश मीणा की गिरफ्तारी हुई थी. फिलहाल अभी नरेश मीणा जेल में बंद हैं.

Advertisement

यह भी पढे़ं- नरेश मीणा की रिहाई के लिए महापंचायत में शामिल होंगे हनुमान बेनीवाल! बेटे और परिजनों ने नागौर सांसद से की मुलाकात