Rajasthan News: राजस्थान के मुख्यमंत्री भजनलाल शर्मा शनिवार को भगवान बिरसा मुंडा की 150वीं जयंती पर डूंगरपुर में आयोजित जनजाति गौरव समारोह में शामिल हुए. इस दौरान सीएम भजनलाल ने 87 करोड़ रुपये के विकास कार्यों का शिलान्यास व लोकार्पण किया. राज्य स्तरीय जनजाति गौरव समारोह को संबोधित करते हुए सीएम ने कहा कि आदिवासियों ने सदियों से हमारी प्रकृति और संस्कृति को सहेजा, ये हमारा गौरव है. जल, जंगल और जमीन से संतुलन बनाकर दुनिया को जिना सिखाया है. जनजाति वीर महापुरुषों की वजह से आज देश ओर दुनिया में हमारी प्रकृति जीवित है.
महिला समूह को दिए ऋण के चेक
मुख्यमंत्री ने कहा कि आज हम जनजाति गौरव भगवान विरसा मुंडा के साथ ही वंदे मातरम गीत और लौह पुरुष सरदार वल्लभ भाई पटेल की 150वी जयंती है. सरदार पटेल ने देश की 562 रियासतों को एक कर एकता का संदेश दिया. भगवान बिरसा मुंडा ने 15 साल की उम्र में ही अन्याय के खिलाफ आवाज उठाकर देश में आजादी की क्रांति जगाई. वागड़ में आदिवासी संत गोविंद गुरु महाराज ने मानगढ़ धाम से आवाज उठाई.
इस दौरान सीएम ने श्री भोगीलाल पंड्या राजकीय महाविद्यालय मैदान में विभिन्न विभागों की ओर से लगाई गई प्रदर्शनी का अवलोकन किया. साथ ही राजीविका की महिला समूह को 31 करोड़ रुपए के ऋण का चेक भी दिए. लाडो प्रोत्साहन योजना के तहत संकल्प पत्र प्रदान करने के साथ 3 महिलाओं की गोद भराई की रस्म भी निभाई गई.
दिव्यांगों को दी मोटराइज्ड ट्राई साइकिल
इसके साथ ही मुख्यमंत्री ने सामाजिक न्याय एवं अधिकारिता विभाग की ओर से 19 दिव्यांगों को मस्कुलर डिस्ट्रॉफी व्हील चेयर प्रदान की. इसके अलावा 40 दिव्यांगजनों को मोटराइज्ड ट्राई साइकिल भी बांटी. इस मौके पर मुख्यमंत्री भजनलाल शर्मा ने बटन दबाकर जनजाति क्षेत्र ओर आदिवासियों के विकास के लिए कई सौगातें दी.
मुख्यमंत्री ने 25 करोड़ रुपए के 31 विकास कार्यों का लोकार्पण किया. वहीं 62 करोड़ रुपए के 31 विकास कार्यों का शिलान्यास किया गया. प्रतियोगी परीक्षाओं के लिए 60 जनजाति छात्राओं का आवासीय बैच की जयपुर में शुरुआत की गई. जनजाति युवाओं के लिए जयपुर में निःशुल्क कौशल प्रशिक्षण की शुरुआत की गई.
बैंक खाते में ट्रांसफर किए 204 करोड़ रुपये
जनजाति युवाओं के लिए उदयपुर, डूंगरपुर व बांसवाड़ा में प्रशिक्षण ध्यान केंद्र पर RS-CIT कोर्स की शुरुआत की गई. जनजाति छात्रावासों के विद्यार्थियों को पोशाक व स्टेशनरी उपलब्ध करवाने के लिए 4 करोड़ 8 लाख रुपए की राशि डीबीटी के माध्यम से ट्रांसफर की गई. कृषि विभाग की ओर से विभिन्न योजनाओं में 53 हजार 766 लाभार्थियों को 200 करोड़ रुपए की अनुदान राशि ट्रांसफर की गई.