धौलपुर के शहीद रंजीत सिकरवार को 8 महीने बाद दी गई श्रद्धांजलि, सिक्किम में आई बाढ़ में हुए थे लापता

धौलपुर के रहने वाले हवलदार रंजीत सिकरवार को 8 महीने बाद शहीद घोषित कर दिया गया. वह सिक्किम में तीस्ता नदी में आई बाढ़ में लापता हो गए थे.

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शहीद रंजीत सिकरवार दी गई श्रद्धांजलि

Rajasthan News: धौलपुर में इच्छापुरा के शहीद हवलदार रंजीत सिकरवार को सोमवार को अंतिम विदाई दी गई. सोमवार को उनके गांव पहुंच सेना की टुकड़ी ने अंतिम सलामी दी. बता दें कि शहीद रंजीत पिछले साल अक्टूबर महीने में सिक्किम में आई बाढ़ में लापता हो गए थे. 8 महीने बाद उनका कोई सुराग न मिलने पर शहीद घोषित कर दिया गया. शहीद घोषित किए जाने के बाद से गांव में शोक की लहर दौड़ गई.

तीस्ता नदी में आई बाढ़ में हुए थे लापता

राजस्थान में धौलपुर जिले के इच्छापुरा गांव के रहने वाले हवलदार रंजीत सिकरवार की तैनाती सिक्किम में थी. पिछले साल 4 अक्टूबर को तीस्ता नदी में रात के समय अचानक बाढ़ आने के कारण सेना में तैनात हवलदार रंजीत अन्य जवानों के साथ लापता हो गए थे. उस दौरान सेना की कई गाड़ियां भी पानी के तेज बहाव में बह गई. लापता जवानों की काफी तलाश की गई, लेकिन उनका कोई पता नहीं चल सका. लंबे समय से कोई सुराग न मिलने पर 8 महीने बाद हवलदार रंजीत सिकरवार को शहीद घोषित कर दिया गया. 

8 महीने बाद घोषित किया गया शहीद

शहीद घोषित किए जाने बाद सोमवार को सेना के अधिकारी और जवानों ने हवलदार रंजीत के गांव पहुंचकर अंतिम विदाई दी. जानकारी के मुताबिक, वे 2001 में सेना में भर्ती हुए थे. उनके भाई कमल सिंह ने बताया कि परिवार में पत्नी रेखा, बड़ा पुत्र अंकित सिकरवार एवं छोटा अंकेश सिकरवार है. अब 8 महीने बाद हवलदार रंजीत सिकरवार को शहीद घोषित किए परिजनों का रो-रोकर बुरा हाल है.  

जिला कलेक्टर ने दी श्रद्धांजलि

गांव वालों ने भी शहीद रंजीत सिकरवार की शहादत को सलाम किया है. अंतिम विदाई के दौरान धौलपुर की कलेक्टर श्रीनिधि बीटी ने भी इच्छापुरा पहुंचकर शहीद के तस्वीर पर पुष्प चक्र अर्पित किया है. उन्होंने कहा कि शहीद के परिवार को केंद्र और राज्य सरकार के द्वारा जो भी सुविधा और अनुदान दिया जाएगा उसे सुगमता से दिलाया जाएगा. शहीद के परिवार के साथ प्रशासन हर संभव मदद करने के लिए तैयार है.

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