Rajasthan: नीलगिरी के पेड़ों की तस्करी कर के भाग रहे थे, कीचड़ में फंसा ट्रक; ग्रामीणों ने 4 तस्करों को दबोचा

मौके पर मौजूद ग्रामीणों ने बताया कि 150 बीघा की इस जमीन पर पहले भेड़ ऊन विभाग था जिसकी देखभाल कांति लाल करता था और अब वही यहां मौजूद नीलगिरी के पेड़ों की कटाई करवा रहा है. अब तक 100 से ज्यादा पेड़ों की कटाई करवा चुका है.

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Rajasthan News: राजस्थान के डूंगरपुर जिले की ग्राम पंचायत भादर में चारागाह जमीन पर लगे नीलगिरी के पेड़ों को तस्कर काट कर ले जा रहे थे. लेकिन भागते वक्त उनका लकड़ी से भरा ट्रक कीचड़ में फंस गया. जिसके बाद वहां मौजूद ग्रामीणों ने तस्करों को दबोच लिया. ट्रक ताज़ी काटी गई लकड़ियां से भरा था. ग्रामीणों ने इसके बाद पुलिस, राजस्व और वन विभाग को सूचना दी. सूचना पर घटना स्थल पर पहुंची राजस्व और वन विभाग की टीम ने मौके पर पहुंचकर जांच शुरू कर दी है.

कीचड़ में फंस गया था तस्करों का ट्रक 

तस्करों को पकड़ने वाले ग्रामीणों में से एक विनोद कटारा ने बताया कि शुक्रवार सुबह के समय वो घूमने निकले थे. इसी दौरान उन्होंने देखा कि चारागाह जमीन के पास सड़क पर एक ट्रक कीचड़ में फंसा हुआ है. ट्रक के पास जाते ही वहां खड़े 2 लोग भाग गए. ट्रक तिरपाल से ढका हुआ था जिसमें नीलगिरी के पेड़ की लकड़ियां भरी हुई थीं. उन्होंने देखा ट्रक में 2 लोग सोए हुए भी थे. दोनों से पूछताछ करने पर उन्होंने बताया कि बोड़ामली निवासी कांति लाल के कहने पर पेड़ काटकर ले जा रहे हैं. 

100 से ज्यादा पेड़ों की कटाई कर चुके हैं तस्कर 

वहां मौजूद ग्रामीणों ने बताया कि 150 बीघा की इस जमीन पर पहले भेड़ ऊन विभाग था जिसमें कांति लाल ही भेड़ पालन की लेकर देखरेख करता था. ऑफिस बंद होने के बाद कांति लाल ने अपने रिश्तेदारों के साथ मिलकर जमीन पर कब्जा कर लिया और यहां मौजूद नीलगिरी के पेड़ों को काटकर बेच रहा है और अब तक करीब 100 से ज्यादा पेड़ों की कटाई करवा चुका है. 

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