अजमेर में दीवार ढहने से दो मजदूर मलबे में दबे, हॉस्पिटल में चल रहा इलाज

स्थानीय लोगों की मशक्कत से मजदूरों की जान बच गई, इस पूरे भवन का निर्माण अवैध रूप से किया जा रहा था. नगर निगम, सिविल डिफेंस की टीम मौके पर पहुंच. पुलिस ने पूरे मामले की जांच शुरू कर दी है.

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अवैध निर्माण की जांच करते पुलिस अधिकारी

अजमेर के तोपदड़ा में सुबह 10:30 बजे के करीब निर्माणधीन कॉम्प्लेक्स की दीवार ढहने से दो मजदूर दब गए लेकिन गनीमत यह रही कि उनकी जान को कोई नुकसान नहीं हुआ. करीब आधे घंटे की मशक्कत के बाद स्थानीय लोगों ने उन मजदूरों को बाहर निकाला और दोनों को जवाहर लाल नेहरू जिला अस्पताल में भर्ती कराया गया, दोनों की हालत अभी गंभीर बताई जा रही है. मामले की जांच में क्लॉक टावर थाना पुलिस जुटी है. स्थानीय पार्षद की जानकारी के अनुसार यह पूरा निर्माण अवैध रूप से चल रहा था. नगर निगम की ओर से निर्माणकर्ता को फिलहाल निर्माण कार्य नहीं करने के लिए मनाही की गई है.

अवैध कॉम्पलेक्स के बेसमेंट की खुदाई के दौरान पड़ोस की दीवार गिर गई. इस हादसे में वहां कम कर रहे दो मजदूर भी दब गए जिनको बड़ी मुश्किल के बाद स्थानीय लोगों ने और मजदूरों ने बाहर निकाला

अजमेर के क्लॉक टावर थाना क्षेत्र में आज नगर निगम की बड़ी लापरवाही देखने को मिली जहां कस्टोडियन लैंड में नगर निगम ने कमर्शियल नक्शा पास कर दिया और आज उसे जगह पर बनाए जा रहे. अवैध कंपलेक्स के बेसमेंट की खुदाई के दौरान पड़ोस की दीवार गिर गई. इस हादसे में वहां कम कर रहे दो मजदूर भी दब गए जिनको बड़ी मुश्किल के बाद स्थानीय लोगों ने और मजदूरों ने बाहर निकाला और जेएलएन अस्पताल इलाज के लिए भर्ती कराया गया.

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स्थानीय पार्षद रणजीत सिंह नरूका ने आरोप लगाया कि पिछले कई महीनो से इस अवैध निर्माण की शिकायत नगर निगम प्रशासन को की जा रही है. मगर नगर निगम प्रशासन ने अवैध निर्माण का नक्शा पास कर दिया जो सरासर नियम विरुद्ध है.

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वहीं हादसे की सूचना पर पहुंचे क्लॉक टावर थाना प्रभारी महावीर सिंह ने घटनास्थल का मौका मुआयना किया. कमर्शियल कॉम्प्लेक्स  के मालिक से मजदूरो की जानकारी ली और उसके बाद परिसर के दस्तावेज की जांच शुरू कर दी. सूचना मिलने के बाद पुलिस पहुंची और मामले की जांच में जुटी है. वहीं नगर निगम, सिविल डिफेंस की टीम भी पहुंची.

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