Udaipur Communal Violence: राजस्थान के उदयपुर में शुक्रवार को एक सरकारी स्कूल में 10वीं कक्षा के छात्र द्वारा सहपाठी को चाकू घोंपने के बाद सांप्रदायिक माहौल बिगड़ गया. इस घटना के बाद आक्रोशित लोगों की भीड़ ने कारों में आग लगा दी और पथराव किया. दुकानें बंद करवा दिए. मॉल पर भी पथराव हुआ. हालात बेकाबू होता देख प्रशासन ने भी सख्ती दिखाई. 15 थानों की पुलिस शहर में उतारी गई. कलेक्टर ने धारा 163 लगाया. जिसका नतीजा हुआ कि अब उदयपुर में हालात कंट्रोल में दिख रहा है.
धारा 163 के तहत उदयपुर में प्रशासन ने लगाई ये पाबंदियां
- 5 या उससे अधिक कही जमा नहीं हो सकेंगे.
- हथियार लेकर नहीं घूम सकेंगे. सिख समाज के लोगों को कृपाण रखने की छूट होगी.
- बिना अनुमति लाउडस्पीकर का उपयोग नहीं किया जा सकेगा.
- सांप्रदायिक माहौल बिगाड़ने वाले नारे लगाने, भाषण देने और पोस्टर-बैनर लगाने पर रोक रहेगा.
- रेडिया, टेप रिकॉर्डर, सोशल मीडिया पर धार्मिक भावनाएं भड़काने वाले मैसेज करने वालों पर कार्रवाई होगी.
रात 8 बजे के बाद नहीं आई कोई अप्रिय खबर
शुक्रवार रात 8 बजे के बाद उदयपुर के किसी भी हिस्से से कोई अप्रिय खबर सामने नहीं आई है. दूसरी ओर पुलिस-प्रशासन की भारी तैनाती कर दी गई है. घटना के बाद कलेक्ट्रेट में प्रशासन, सांसद, विधायक सहित प्रबुद्धजनों की बैठक हुई. सीएम ने तुरंत गृहराज्यमंत्री को तलब किया. घटना पर गृहराज्यमंत्री ने बताया कि सीएम शर्मा मामले पर अपनी नजर बनाए है.
उदयपुर में अगले कल रात 10 बजे तक के लिए इंटरनेट बैन
चाकूबाजी की घटना के बाद भड़की हिंसा को देखते हुए उदयपुर जिला प्रशासन ने इंटरनेट बंद के आदेश जारी किए. आज रात 10:00 बजे से अगले 24 घंटे तक इंटरनेट सेवा उदयपुर में बंद रहेगी. शहर में शांति एवं सुरक्षा व्यवस्था बनाये रखने के लिए इंटरनेट बैन की गई है.
10वीं के छात्र की चाकूबाजी से बिगड़ा माहौल
उदयपुर में स्कूली छात्रों के बीच हुए विवाद से माहौल इतना खराब क्यों हुआ. इस सवाल का जवाब हर कोई जानना चाहते हैं. हालांकि अभी तक इसकी ठोक वजह नहीं मिली है. अभी तक की जांच में सामने आई जानकारी के अनुसार उदयपुर के भटियानी चोहट्टा स्थित सरकारी स्कूल में 10वीं में पढ़ने वाले एक युवक ने एक साथी छात्र पर चाकू से हमला कर दिया. घटना शुक्रवार दोपहर बाद की है. इस घटना की जानकारी सामने आते ही शहर में माहौल बिगड़ने लगा था.
बड़ी संख्या में हिंदू संगठन के लोग सड़कों पर उतर आए. विरोध-प्रदर्शन करते हुए आगजनी और पथराव करने लगे. इस बीच प्रशासन ने भी सख्ती दिखाई. जिस हॉस्पिटल में घायल युवक का इलाज चल रहा था वहां जमा हुई भारी भीड़ पर पुलिस ने लाठीचार्ज भी किया.
चाकूबाजी का कारण क्या था, नहीं मिली जानकारी
इधर मामले में पुलिस ने बताया कि चाकू घोंपने की घटना के पीछे क्या कारण था, इसका तत्काल पता नहीं चल पाया है. पुलिस ने बताया कि पीड़ित को जिला अस्पताल की गहन चिकित्सा इकाई (आईसीयू) में भर्ती कराया गया है और उसकी हालत स्थिर है. पुलिस ने आगे बताया कि इस घटना के विरोध में कुछ हिंदू संगठनों के सदस्य शहर के मधुबन इलाके में एकत्र हुए. पुलिस ने बताया कि भीड़ ने पथराव किया और तीन-चार कारों में आग लगा दी.
बापू बाजार, हाथीपोल, घंटाघर, चेतक सर्किल में तोड़-फोड़
शुक्रवार शाम को तनाव बढ़ने पर बापू बाजार, हाथीपोल, घंटाघर, चेतक सर्किल और आसपास के इलाकों में बाजार बंद कर दिए गए. हिंदू संगठनों के लोगों ने बाजारों में दुकानें बंद करवाईं. कुछ हिंसक तत्वों ने एक शॉपिंग मॉल पर भी पथराव किया, जिसमें दुकानों के कांच के दरवाजे क्षतिग्रस्त हो गए.
हॉस्पिटल में बाहर जमा भीड़ पर पुलिस का लाठीचार्ज
सरकारी अस्पताल के बाहर सैकड़ों लोग जमा हो गए और पुलिस ने भीड़ को तितर-बितर किया. उदयपुर के पुलिस अधीक्षक योगेश गोयल ने बताया कि कानून व्यवस्था बनए रखने के लिए इलाके में अतिरिक्त पुलिसकर्मी तैनात किए गए हैं. उन्होंने बताया कि आरोपी को पकड़ लिया गया है.
प्रशासन ने जनप्रतिनिधियों के साथ की बैठक
एक अन्य पुलिस अधिकारी ने बताया कि शहर के लगभग सभी इलाकों में पुलिस बल तैनात है और सभी पुलिस अधिकारी जमीनी स्तर पर हर गतिविधि पर नजर रख रहे हैं. संभागीय आयुक्त राजेंद्र भट्ट, जिलाधिकारी अरविंद पोसवाल, एसपी योगेश गोयल, राज्यसभा सदस्य चुन्नीलाल गरासिया, लोकसभा सांसद मन्नालाल रावत, विधायक ताराचंद जैन, फूल सिंह मीणा और अन्य जनप्रतिनिधियों ने स्थिति को लेकर बैठक की.
गहलोत ने शंति बनाए रखने की अपील की
इधर इस घटना पर कांग्रेस की ओर से पूर्व मुख्यमंत्री अशोक गहलोत और पूर्व डिप्टी सीएम सचिन पायलट की प्रतिक्रिया भी सामने आई है. अशोक गहलोत ने सोशल मीडिया मंच एक्स पर लिखा- उदयपुर में बने तनावपूर्ण हालात चिंताजनक हैं. मैं लोगों से अपील करता हूँ कि आप सभी एकता, भाईचारा व शांति बनाए रखें एवं किसी भी तरह की अफवाह पर ध्यान न दें.
गहलोत ने आगे लिखा- मैं सरकार एवं प्रशासन से आग्रह करता हूँ कि परिस्थिति की गंभीरता को समझते हुए कानून व्यवस्था को बनाए रखने के लिए हर आवश्यक कदम उठाएं.
पायलट बोले- शरारती तत्वों पर हो सख्त कार्रवाई
वहीं सचिन पायलट ने सोशल मीडिया मंच एक्स पर लिखा- उदयपुर में बने सांप्रदायिक तनाव के हालात चिंताजनक हैं. मैं सभी वर्ग के लोगों से अपील करता हूं कि शांति बनाए रखें एवं अफवाहों पर ध्यान ना दें. पुलिस प्रशासन को समाज के प्रबुद्धजनों को साथ लेकर एवं उपद्रव फैलाने वाले शरारती तत्वों से सख्ती से निपटकर शांति बहाली करनी चाहिए.
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