Udaipur Medical College Dr. Ravi Sharma Death: उदयपुर के आरएनटी मेडिकल कॉलेज में डॉ. रवि शर्मा की मौत के मामले में हंगामा जारी है. जहां एक ओर कॉलेज प्रशासन करंट की बात को नकार रहा है. वहीं, पीजी हॉस्टल में लगे कूलर में करंट आ रहा है. हॉस्टल की बिल्डिंग के 6वें फ्लोर पर वाटर कूलर में करंट आ रहा था. जब वाटर कूलर को टेस्टर से जांचा गया तो स्विच बन्द होने के बावजूद भी करंट आ रहा था. इसकी सूचना हॉस्टल में रह रेजिडेंट डॉक्टर ने दी तो मौके पर सीनियर रेजिडेंट और पुलिस भी पहुंची. उनके आने से पहले वाटर कूलर पर चेतावनी लिख दी थी. लापरवाही ऐसी है कि कूलर में करंट आने के बावजूद पेयजल के लिए वैकल्पिक सुविधा नहीं उपलब्ध कराई गई है. रेजिडेंट डॉक्टर्स के हॉस्टल को खाली करने की बजाय प्रशासन लीपापोती में व्यस्त है.
"क्या अब भी प्रशासन जिम्मेदारी से झाड़ेगा पल्ला?"
मामले की जानकारी मिलने के बाद देर रात कॉलेज प्रिंसिपल डॉ. विपिन माथुर और महाराणा भूपाल चिकित्सालय के अधीक्षक डॉ. आरएल सुमन पहुंचे. रेजिडेंट्स डॉक्टर्स का सवाह है कि इसकी जिम्मेदारी कौन लेगा? क्या अब भी प्रशासन खुद को जिम्मेदारी से बचाएगा?
कॉलेज प्रशासन ने कहा था- वाटर कूलर ठीक हो गया
रेजिडेंट डॉक्टर्स एसोसिएशन के पूर्व सचिव डॉ. जतिन के मुताबिक, अलसुबह करीब 4.30 बजे दिलशाद भवन में पीजी हॉस्टल के 4th फ्लोर पर भी करंट की पुष्टि हुई. इसकी जांच हॉस्टल के गार्ड को बुलाकर की गई और करंट की पुष्टि की गई. यह वही वाटर कूलर है, जिस से डॉ रवि शर्मा की करंट लगने से मृत्यु हुई थी.
चीफ वॉर्डन ने वाटर कूलर के पास लगे इलेक्ट्रिसिटी बोर्ड को ही उखाड़ दिया.
बार-बार कॉलेज प्रशासन की ओर से कहा जा रहा था कि वाटर कूलर को ठीक करा दिया गया है, बावजूद इसके यह घटना होने के बाद सवाल खड़े हो गए हैं. जब मौके पर प्रिंसिपल, अधीक्षक, पुलिस और रेजिडेंट्स मौजूद थे. तभी चीफ वार्डन वहां आए और इलेक्ट्रिसिटी बोर्ड को ही उखाड़ दिया. इसके बाद रेजिडेंट डॉक्टर्स उलझ गए.
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