Udaipur Panther Attack: राजस्थान में पैंथर का आतंक कम होने का नाम नहीं ले रहा है. जब लगता है कि डर का साया खत्म हो गया है, तभी आदमखोर की आहट से पूरा जिला सहम जाता है. और सुबह होते-होते किसी न किसी इंसान या जानवर के शिकार बनने की खबर मिलती है. आदमखोर लेपर्ड को पकड़ने के लिए वन विभाग की टीम 19 सितंबर लेकर अब तक लगी हुई थी लेकिन लेपर्ड पकड़ में नहीं आया हैं. मंगलवार को उदयपुर से सटे बड़ी गांव में पैंथर के हमले की खबर आई.
बाड़े में बंधी गाय को बनाया निवाला
मंगलवार की सुबह बड़ी गांव में पैंथर ने रिहायशी इलाके में बने पशुशाला में पहुंचकर वहां बंधी गाय पर हमला कर उसे अपना शिकार बना लिया और उसकी मौत हो गई. जिस समय तेंदुआ गाय का शिकार कर रहा था, उस समय एक महिला दूध दुहने के लिए शेड में पहुंची थी. पैंथर को देखते ही वह चिल्लाने लगी. और महिला के चिल्लाने से पैंथर भाग गया. लेकिन शिकार वाली जगह पर उसके पगमार्क मिले. मौके पर लोग पहुंचे और वन विभाग को सूचना दी . मौजूदा लोगों ने बताया कि कुछ दिन पहले उन्होंने पैंथर को बड़ी के पास बाहुबली पहाड़ी की ओर जाने वाले रास्ते पर देखा था.
अब तक कितनों की ले चुका है जान
आपको बता दें कि आदमखोर तेंदुए के आतंक का खौफ लोगों के मन में लगातार बना हुआ है. हालात ये हैं कि रात होते ही लोग अपने घरों में दुबक जाते हैं. उदयपुर के गोगुंदा से शुरू हुआ पैंथर का आतंक अभी भी जारी है. इस इलाके के साथ ही आस-पास के इलाके में इसने 8 लोगों को अपना शिकार बनाया है. वहीं, पैंथर को पकड़ने के लिए अलग-अलग टीमें लंबे समय से प्रयास कर रही हैं. जिसमें सेना के जवान, पुलिसकर्मी, वनकर्मी और 12 से ज्यादा शूटर तैनात किए गए हैं, 100 से ज्यादा कर्मचारी आदमखोर पैंथर को पकड़ने की कोशिश कर रहे हैं.
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