The City Of Lakes: झीलों की नगरी उदयपुर में टूरिस्ट बूम पर हैं. होटल, रिसोर्ट तो फुल हैं ही, साथ में उदयपुर तक लाने वाले यातायात के साधन भी फुल चल रहे हैं. उदयपुर पहुंचने का सबसे अच्छा साधन ट्रेन में तो लंबी-लंबी वेटिंग आ रही हैं. क्योंकि उदयपुर में मुंबई, साउथ, दिल्ली समेत अन्य क्षेत्रों से आने वाले पर्यटक या तो फ्लाइट से आते या ट्रेन से. इसमें भी ट्रेन सबसे ज्यादा उपयोग में लेते हैं. लेकिन उदयपुर से जाने वाली और उदयपुर आने वाली कई ट्रेन फुल चल रही हैं.
आज से सभी स्कूलों में छुट्टियां हो गई हैं, ऐसे में कई लोग परिवार समेत घूमने के लिए निकले हैं. राजस्थान में जयपुर के बाद लोगों को उदयपुर ज्यादा पसंद है, इसलिए यहां ट्रेन की कनेक्टिविटी बेहतर की हुई है. लेकिन 25 या 26 दिसंबर से 10 जनवरी लंबी वेटिंग है. उदयपुर से रोजाना चलने वाली ट्रेनों में तो वेटिंग 100 पार कर चुकी है.
ज़्यादातर पर्यटक उदयपुर ट्रेन से आते हैं
उदयपुर में आने वाले पर्यटकों की बात करें तो यहां ज्यादातर गुजरात से पर्यटक आते हैं जो अपने खुद के व्हीकल या बस के ज़रिये से यहां पहुंचते हैं. वहीं, दिल्ली, महाराष्ट्र, कोलकाता, साउथ से भी उदयपुर बड़ी संख्या में टूरिस्ट आते हैं. इनका माध्यम या तो फ्लाइट या ट्रेन होता है, इनमें भी ज्यादातर ट्रेन से ही आते हैं.
सभी प्रमुख ट्रेनों में सीट्स फुल
उदयपुर से कोलकाता जाने वाली अनन्या एक्सप्रेस सप्ताह में एक दिन सोमवार को निकलती है. यह 30 दिसंबर और 6 जनवरी को जाएगी जिसमें सभी सीट्स फुल हैं. वहीं सप्ताह में एक बार शनिवार को उदयपुर से न्यू जलपाईगुड़ी चलने वाली एक्सप्रेस ट्रेन भी फुल है. स्लीपर और एसी दोनों फुल चल रहे हैं. इसके अलावा उदयपुर से नॉर्थ ईस्ट जाने वाली कामाख्या कविगुरु एक्सप्रेस, उदयपुर से पश्चिम बंगाल जाने वाली शालीमार एक्सप्रेस सभी लंबी दूरी की ट्रेनें फुल हैं.
इसके अलावा सप्ताह में दो से तीन दिन चलने वाली ट्रेनें जैसे पाटलिपुत्र जाने वाली हमसफर, मुंबई जाने वाली बांद्रा, दक्षिण भारत जाने वाली मैसूर एक्सप्रेस सभी में वेटिंग है. यह वेटिंग 10 जनवरी तक है.
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