"जयपुर को केवल एक नगर न मानें, इसे सपनों का शहर बनाएं", गुलाबी नगरी के स्थापना दिवस पर मंत्री खर्रा का संदेश

Jaipur's Foundation Day: नगरीय विकास राज्य मंत्री मंत्री झाबर सिंह खर्रा ने जयपुरवासियों के लिए संदेश जारी किया.

विज्ञापन
Read Time: 2 mins

UDH Minister Jhabar Singh Kharra: आज गुलाबी नगर जयपुर अपनी 297वीं वर्षगांठ मना रहा है. इस मौके पर नगरीय विकास राज्य मंत्री (UDH Minister) मंत्री झाबर सिंह खर्रा (Jhabar Singh Kharra) ने जयपुरवासियों के लिए संदेश दिया. उन्होंने कहा कि यह वही ऐतिहासिक दिन है, जब महाराजा सवाई जयसिंहजी द्वितीय की अद्वितीय दूरदृष्टि और वास्तुशिल्प के अद्भुत कौशल से इस नगर की नींव रखी गई थी. यह केवल एक शहर ही नहीं, अपितु हमारे प्रदेश की संस्कृति, परंपराओं, और गौरवशाली इतिहास का ऐसा संगम है, जो पूरी दुनिया में अपनी अनोखी पहचान बनाता है. जयपुरवासियों, यह आपका अपना शहर है और इसकी शान-ओ-शौकत को बनाए रखना आपकी हमारी सबकी सामूहिक जिम्मेदारी है. 

जयपुर को बनाएं सपनों का शहर- खर्रा

भजनलाल सरकार में मंत्री ने शहरवासियों से अपील की करते हुए कहा कि जयपुर के नागरिक होने के नाते सभी को यह सुनिश्चित करना चाहिए कि हर कोना स्वच्छ, हरियाली से आच्छादित और सौंदर्य से समृद्ध हो. कचरे का उचित निपटान, पानी की बचत और पर्यावरण का संरक्षण केवल प्रशासन का ही दायित्व नहीं है, यह आपकी और हमारी साझी जिम्मेदारी है. जयपुर को केवल एक नगर न मानें, इसे अपने सपनों का शहर बनाएं. ऐसा शहर जो स्वच्छता, हरियाली और विकास का मिसाल बने.

Advertisement
खर्रा ने कहा कि जयपुर की पहचान उसकी समृद्ध धरोहर, जीवंत परंपराओं और आधुनिक प्रगति में निहित है. इसे स्वच्छ और संरक्षित रखने का संकल्प लें. जब हम अपनी सड़कों, स्मारकों और बाजारों को स्वच्छ रखते हैं तो यह केवल एक स्वच्छता का कार्य नहीं, बल्कि विरासत को सम्मान देने का प्रतीक भी है. यह समय है कि हम अपने शहर के विकास और सौंदर्यीकरण में सक्रिय भागीदारी करें. 

स्थापना दिवस पर यूडीएच मंत्री ने शहरवासियों की अपील

उन्होंने कहा, "जयपुर अपनी विविधता में एकता के लिए जाना जाता है. यहां की सांस्कृतिक धरोहरें जैसे हवामहल, आमेर का किला और जंतर-मंतर हमारे गौरवशाली अतीत की कहानियां कहती हैं. यह हमारा कर्तव्य है कि हम इन धरोहरों को संरक्षित रखें और आने वाली पीढ़ियों के लिए इस शहर को और भी सुंदर बनाएं." 

Advertisement

यह भी पढ़ेंः 297 साल का हुआ 'गुलाबी नगर' जयपुर, यहां खिंचे चले आते हैं दुनिया भर के लोग