'बॉर्डर से सटे गांव के लोगों को लाइलेंसी हथियार दिया जाए' MLA रविंद्र भाटी की मांग पर मंत्री शेखावत का जवाब

पाकिस्तान बॉर्डर से सटे गांव के लोगों को लाइसेंसी हथियार देने की रविंद्र सिंह भाटी की मांग पर केंद्रीय मंत्री गजेंद्र सिंह शेखावत ने जवाब दिया है.

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रविंद्र सिंह भाटी- गजेंद्र सिंह शेखावत
NDTV

Rajasthan News: पाकिस्तान से सटे सीमावर्ती गांव बाखासर में 1971 युद्ध के नायक बलवंत सिंह की मूर्ति अनावरण समारोह में शिव विधायक रविंद्र सिंह भाटी के भाषण का एक वीडियो सोशल मीडिया पर तेजी से वायरल हो रहा है. वीडियो में भाटी ने केंद्रीय मंत्री गजेंद्र सिंह शेखावत की मौजूदगी में सीमावर्ती इलाकों के लोगों को लाइसेंसयुक्त हथियार देने की जोरदार मांग की. उन्होंने कहा कि अंतरराष्ट्रीय बॉर्डर पर रहने वाले गांववासियों के पास लाइसेंस और हथियार नहीं हैं.

शेखावत का मजाकिया अंदाज में जवाब

रविंद्र भाटी ने 'ऑपरेशन सिंदूर' का जिक्र करते कहा कि उनका निवेदन है कि बॉर्डर के गांवों में रहने वाले लोगों का रिकॉर्ड जांचकर उन्हें लाइसेंसयुक्त हथियार प्रदान किए जाएं. इसके बाद जब केंद्रीय मंत्री गजेंद्र सिंह शेखावत बोलने के लिए मंच पर आए तो उन्होंने भाटी की मांग पर मजाकिया अंदाज में टिप्पणी की.

बॉर्डर के लोगों को बंदूक का लाइसेंस नहीं, बल्कि तकनीक सीखने का 'लाइसेंस' चाहिए. दुनिया में हो रहे बदलाव को अपनाने और सीखने की जरूरत है. 

गजेंद्र सिंह शेखावत

केंद्रीय मंत्री

हथियार के लाइसेंस पर प्रशासन पर लगे आरोप

बता दें कि बाड़मेर जिला कलेक्टर टीना डाबी ने पिछले कुछ महीनों में सीमावर्ती क्षेत्रों सहित जिले में कई लोगों को हथियार लाइसेंस जारी किए हैं. इनमें कुछ अपराधिक पृष्ठभूमि वाले लोगों को भी लाइसेंस दिए जाने के आरोप लगे हैं. इस मुद्दे पर सांसद उम्मेदाराम बेनीवाल और कांग्रेस जिलाध्यक्ष लक्ष्मण सिंह गोदारा ने जिला प्रशासन पर सवाल उठाए हैं.

अब विधायक रविंद्र सिंह भाटी की यह मांग कि रिकॉर्ड देखकर ही लाइसेंस दिए जाएं. प्रशासन द्वारा कथित तौर पर गलत लोगों को लाइसेंस देने पर सीधा निशाना माना जा रहा है. इससे आने वाले दिनों में बाड़मेर जिला प्रशासन के सामने नई चुनौती खड़ी हो सकती है. वीडियो के वायरल होने से राजनीतिक गलियारों में चर्चा तेज हो गई है. 

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