Utkarsh Coaching: उत्कर्ष कोचिंग संस्थान में स्टूडेंट्स के बेहोश होने के मामले की वजह अभी तक स्पष्ट नहीं हुई है. 4 दिन बीत जाने के बाद भी निगम की टीम हादसे का कारण ढूंढ रही है. इसके लिए जयपुर (Jaipur) की नगर निगम की टीम ने सीन रीक्रिएट भी किया है. सीन रीक्रिएट करते हुए टीम ने पेपर स्प्रे का इस्तेमाल किया. जैसे ही पेपर स्प्रे के इस्तेमाल किया तो टीम के सदस्य खांसने लगे. दरअसल, स्टूडेंट्स के बेहोश होने के पीछे निगम की यह भी थ्योरी थी कि संभावित तौर पर कोचिंग में किसी ने स्प्रे छिड़क दिया हो, जिससे छात्र बेहोश हो गए. हालांकि FSL की टीम भी यह जांच कर रही है कि आखिर वह कौन सी गैस थी, जिसकी वजह से बच्चे बेहोश हुए और यह गैस कहां से आई?
मौके से सीसीटीवी फुटेज भी ले गई टीम
नगर निगम की जांच रिपोर्ट आना फिलहाल बाकी है. रिपोर्ट आने के बाद ही कारणों का पता चलेगा. वहीं, टीम मौके से सीसीटीवी फुटेज भी ले गई है. उत्कर्ष कोचिंग सीज होने के साथ ही इस मामले में सरकार की ओर से प्रतिक्रिया भी सामने आई थी. उच्च शिक्षा मंत्री प्रेमचंद बैरवा ने कहा था कि इस मामले में दोषी व्यक्ति को नहीं बख्शा जाएगा. प्रकरण में जिसने भी लापरवाही की है और जहां भी गड़बड़ी हुई है, उस पर एक्शन होगा.
इस मामले में पुलिस का अलग तर्क
जबकि इस मामले में पुलिस का तर्क बिल्कुल अलग था. महेश नगर थाना इंचार्ज कविता शर्मा ने किचन में तड़के की वजह से छात्रों के बेहोश होने की बात कही थी. जब सोडाला एसीपी योगेश चौधरी मीडिया से बातचीत के दौरान घटना की वजह गटर की जहरीली गैस को बताया. तभी बीच में बोलते हुए कविता शर्मा ने किचन में लगे तड़के को इसका कारण बताया.
यह भी पढ़ेंः जयपुर में 20 जगहों पर आयकर विभाग का छापा, इन कारोबारियों के ठिकानों पर चल रही रेड