Jhalawar: राजमाता की अंतिम विवाई पर भावुक हुईं वसुंधरा राजे, बोलीं- 'हमारे लिए ये अपूर्णीय क्षति'

वसुंधरा राजे सिंधिया झालावाड़ के पृथ्वी विलास पहुंची. वहां उन्होने राजमाता स्वरूपा देवी का अंतिम दर्शन कर श्रद्धांजली अर्पित की. वसुंधरा राजे का राज परिवार से गहरा लगाव रहा है. इस मौके पर कई राजघरानो के सदस्य, नेता, अधिकारी आदि मौजूद रहें.

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झालावाड़:

राजस्थान की पूर्व मुख्यमंत्री और झालरापाटन की विधायक वसुंधरा राजे सिंधिया बुधवार को झालावाड़ राज परिवार की पूर्व राजमाता स्वरूपा देवी की अंतिम यात्रा में शामिल हुईं. राजमहल पृथ्वी विलास पैलेस पहुंकर उन्होंने परिजनों से मिलकर शोक व्यक्त किया. इस दौरान उनके सांसद पुत्र दुष्यंत सिंह भी वहां मौजूद रहे. बता दें कि राज परिवार से पूर्व मुख्यमंत्री का गहरा लगाव रहा है. इस परिवार के लगभग सभी कार्यक्रम में राजे शामिल होती हैं.

भावुक हुईं वसुंधरा राजे

वसुंधरा राजे सिंधिया अपने निर्धारित कार्यक्रम के अनुसार, सुबह 8:50 पर झालावाड़ के पृथ्वी विलास पैलेस पहुंची थीं, जहां वह सीधे राज परिवार के सदस्यों के बीच गईं और परिवार के सदस्यों को गले लगाकर नम आंखों के साथ सांत्वना दी. राज परिवार के सदस्यों के बीच लगभग 45 मिनट तक बैठकर परिवार के लोगों से बातचीत की और राजमाता के निधन पर गहरा शोक व्यक्त किया. वसुंधरा राजे सिंधिया ने पृथ्वी विलास पैलेस में रखी राजमाता स्वरूपा देवी के पार्थिव देह के अंतिम दर्शन कर अंतिम रस्मो में भी भाग लिया.

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पृथ्वी विलास पहुंची हस्तियां

पृथ्वी विलास पैलेस में जिले के सभी विधायक, जिला कलेक्टर, जिला पुलिस अधीक्षक सहित कई गणमान्य नागरिक एवं अधिकारी तथा राजनीतिक हस्तियां मौजूद रही. राजमाता के निधन पर शोक व्यक्त करने के लिए देश के कई राजघरानों के सदस्य भी झालावाड़ के पृथ्वी विलास पहुंचे और राजमाता स्वरूपा देवी के अंतिम दर्शन कर उनको पुष्पांजलि अर्पित की.

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राज परिवार से गहरा लगाव

पूर्व मुख्यमंत्री ने राजमाता स्वरूपा देवी के निधन को झालावाड़ की जनता एवं उनके लिए अपूर्णीय क्षति बताया है. बता दें कि वसुंधरा राजे सिंधिया का झालावाड़ राज परिवार से गहरा नाता है. राजे चुनाव के समय हमेशा पृथ्वी विलास पैलेस में ही रहती हैं तथा उनके सांसद पुत्र दुष्यंत सिंह का आवास भी यही रहता है. ऐसा माना जाता है कि वसुंधरा राजे सिंधिया का झालावाड़ के राज परिवार से गहरा लगाव है, जिसके चलते वह यहां आयोजित होने वाली सभी रस्मो में शामिल होने पहुंचती हैं. राजमाता के निधन के बाद उनकी अंत्येष्टि का कार्यक्रम घोषित की जाने के पश्चात वसुंधरा राजे सिंधिया मंगलवार रात्रि को ही झालावाड़ पहुंच गई थीं.

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