Rajasthan News: राजस्थान के झालावाड़ जिले के पिपलोदी गांव में सरकारी स्कूल की इमारत गिरने (Jhalawar School Collapse) से हुई बच्चों की मौत के बाद पूरे गांव में मातम पसरा हुआ है. शनिवार को गांव में एक साथ 6 मासूमों का अंतिम संस्कार किया गया. दुख की इस घड़ी में पूर्व मुख्यमंत्री वसुंधरा राजे (Vasundhara Raje) पीड़ित परिवारों से मिलने पहुंचीं. उनके साथ झालावाड़-बारां सांसद दुष्यंत सिंह (Dushyant Singh) भी मौजूद रहे. वसुंधरा राजे ने हादसे पर गहरा शोक जताते हुए हर परिवार से मुलाकात की और संवेदना व्यक्त की.
संविदा पर नौकरी का ऑफर लेटर सौंपा
इस दौरान वसुंधरा राजे ने एक परिवार को (जिसके दो बच्चे इस दर्दनाक हादसे में मारे गए) संविदा पर नौकरी का ऑफर लेटर भी सौंपा. हालांकि, राज्य सरकार की ओर से घोषित 10 लाख रुपये के मुआवजे से पीड़ित परिवार संतुष्ट नहीं हैं. उनका कहना है कि यह राशि बच्चों की जान के मुकाबले बहुत कम है. साथ ही जो संविदा नौकरी दी जा रही है, उसमें कितनी सैलरी मिलेगी और कब तक नौकरी रहेगी, इस पर कोई स्पष्ट जानकारी नहीं दी गई है.
'केवल मुआवजा और सांत्वना नहीं चाहिए'
परिवारों ने हादसे के लिए जिम्मेदार अधिकारियों और स्कूल प्रबंधन पर सख्त कार्रवाई की मांग की है. उनका साफ कहना है कि केवल मुआवजा और सांत्वना नहीं, बल्कि दोषियों को सजा मिलनी चाहिए ताकि आगे ऐसा हादसा फिर न हो.
'सीएम की घोषणाओं पर अमल करेंगे'
पूर्व सीएम वसुंधरा राजे ने कहा- 'इस दुख की घड़ी में सभी एकजुट हैं. मुख्यमंत्री ने कल कुछ घोषणाएं की हैं और हम उन पर अमल करेंगे. हम शिक्षा, राशन जैसे मुद्दों पर काम करेंगे. हम गांव की स्थिति सुधारने के लिए एक समीक्षा बैठक करेंगे. अभी एक परिवार के सदस्य के लिए संविदा पर नौकरी का लेटर आया है. बाकी परिवारों के लिए जैसे ही लेटर हमें प्राप्त होंगे उन्हें परिजनों के सौंप दिया जाएगा.'
'यह आपराधिक लापरवाही का मामला'वहीं, राजस्थान के पूर्व डिप्टी सीएम सचिन पायलट ने राजयपुर में झालावाड़ की घटना पर बयान देते हुए कहा, 'जिम्मेदार लोगों को जवाबदेह ठहराया जाना चाहिए. यह आपराधिक लापरवाही का मामला है और सरकार को तुरंत कार्रवाई करनी चाहिए ताकि यह सुनिश्चित हो सके कि भविष्य में ऐसी घटनाएं दोबारा न हों.'
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