झुंझुनूं में छुट्टी पर आए फौजी की हत्या का मामला अब तूल पकड़ता जा रहा है. बुधवार देर रात पुलिस और परिजनों के बीच शव के अंतिम संस्कार को लेकर सहमति बन गई थी. गुरुवार सुबह जब शव का अंतिम संस्कार करने ले जाया जा रहा था, तभी परिजनों का गुस्सा फिर भड़क गया और उन्होंने सड़क जाम कर दिया. परिजन आरोपियों की गिरफ्तारी की मांग पर अड़े हुए हैं. पुलिस ने दो आरोपियों मनीष और अविनाश को हिरासत में लेकर पूछताछ कर रही है.
फौजी की पीट-पीटकर मार डाला
मंगलवार देर रात झुंझुनूं जिले में छुट्टी पर आए फौजी विक्रम सिंह की पीट-पीटकर हत्या कर दी गई. सूचना मिलने पर पुलिस ने शव को कब्जे में लेकर पोस्टमार्टम के लिए भेज दिया. विक्रम के भाई ने पुलिस को तहरीर देकर शिकायत की है. बताया गया कि 10 जून की शाम करीब 6 बजे विक्रम ड्यूटी पर लौटने के लिए घर से निकला था. उसकी पोस्टिंग पंजाब के अबोहर में थी.
स्कॉर्पियों में आए थे हमलावर
बड़सरी का बास शराब ठेके के पास काले रंग की स्कॉर्पियो में आए बदमाशों ने विक्रम सिंह पर हमला कर दिया. आरोप है कि अविनाश उर्फ घघला पुत्र अनिल कुमार निवासी अमरपुराकलां और मनीष उर्फ सोनू पुत्र दिलीप सिंह निवासी किढवाना ने दो-तीन अन्य साथियों के साथ मिलकर हमला किया. विक्रम जान बचाकर सरजीत की दुकान में घुस गया, लेकिन वहां से अविनाश और मनीष उसे अपहरण कर अपने गांव अमरपुराकलां ले गए.
फौजी के शव का अंतिम संस्कार करने ले जाते साथी फौजी.
सरजीत ने फोन पर परिवार वालों को सूचना दी
सरजीत ने रात करीब 9:30 बजे फोन पर परिवार को सूचना दी. परिजन जब अविनाश के घर पहुंचे, तो देखा कि विक्रम को सरिए, लाठी-डंडों और धारदार हथियारों से पीटा जा रहा था. आरोप है कि आरोपी विक्रम को छोड़ने के बदले 8 लाख रुपये की फिरौती मांग रहे थे. सूचना मिलने पर पुलिस भी मौके पर पहुंची और विक्रम को CHC सूरजगढ़, फिर वहां से BDK अस्पताल झुंझुनूं ले जाया गया, जहां मंगलवार रात करीब 2:30 बजे उसकी मौत हो गई.
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