शिक्षा मंत्री के पैतृक गांव जाने वाले रास्ते के सामने धरने पर बैठे ग्रामीण, नेशनल हाईवे पर लगा लंबा जाम

ग्रामीणों का कहना है कि गांव के स्कूल की हालत बेहद खराब है – छत टपक रही है, क्लासरूम जर्जर हैं और टीचर भी पूरे नहीं हैं. कई बार प्रशासन को अवगत कराने के बावजूद हालात जस के तस हैं.

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बारां में हाईवे जाम करके ग्रामीण बीच सड़क पर बैठ गए हैं.
NDTV Reporter

Rajasthan News: राजस्थान के बारां (Baran) जिले में शिक्षा व्यवस्था की अनदेखी को लेकर शनिवार सुबह ग्रामीणों का गुस्सा सड़कों पर दिखाई दिया. अटरू उपखंड के आमली गांव के लोगों ने शिक्षा मंत्री मदन दिलावर (Madan Dilawar) के पैतृक गांव चरड़ाना (Chardana) जाने वाले रास्ते के ठीक सामने बारां-अकलेरा नेशनल हाईवे (Baran-Aklera National Highway) को जाम कर दिया.

'छत टपक रही है...'

ग्रामीणों का कहना है कि गांव के स्कूल की हालत बेहद खराब है – छत टपक रही है, क्लासरूम जर्जर हैं और टीचर भी पूरे नहीं हैं. कई बार प्रशासन को अवगत कराने के बावजूद हालात जस के तस हैं.

हाईवे पर लगा लंबा जाम

सुबह-सुबह जब हाईवे को जाम किया गया, तो वहां दोनों ओर वाहनों की लंबी कतारें लग गईं. आमजन को काफी परेशानी का सामना करना पड़ रहा है. अटरू थाना पुलिस मौके पर पहुंची और ग्रामीणों को समझाने की कोशिश की, लेकिन लोग अड़े हुए हैं. ग्रामीणों ने साफ कहा है कि जब तक स्कूल की मरम्मत और सुविधाएं दुरुस्त नहीं होंगी, तब तक जाम नहीं हटेगा.

ग्रामीणों की प्रमुख मांगें:

  1. स्कूल भवन की तत्काल मरम्मत
  2. पूरे स्टाफ की नियुक्ति
  3. बच्चों के लिए मूलभूत सुविधाओं की व्यवस्था

समझाने की कोशिश जारी

हाईवे पर जाम अभी भी जारी है और प्रशासनिक स्तर पर अब तक कोई ठोस समाधान सामने नहीं आया है. पुलिसकर्मी समझाइश की कोशिश कर रहे हैं, लेकिन धरने में शामिल बच्चे, बुजुर्ग, औरतें और जवान में से कोई भी पीछे नहीं हट रहा है.

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