Rajasthan: व‍िवाद से बचने के ल‍िए 40 साल से धूणी दर्शन करने नहीं गए व‍िश्‍वराज स‍िंह , बोले-अब परंपरा न‍िभाने जाना है 

Rajasthan: व‍िश्‍वराज स‍िंह ने कहा क‍ि हम कल (25 नवंबर) धूणी दर्शन के ल‍िए जाना चाहते थे. कानूनी, सामाज‍िक और परंपरा के अनुसार दर्शन की बात थी. दर्शन करना मेरा हक भी है. 

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Rajasthan: उदयपुर के स‍िटी पैलेस में धूणी माता के दर्शन नहीं कर पाने पर व‍िश्‍वराज स‍िंह ने ज‍िला प्रशासन पर सवाल उठाया है. उन्होंने मीड‍िया के माध्‍यम से अपनी बात रखी. उन्होंने कहा क‍ि कल ज‍िला प्रशासन की तरफ से कमजोरी सामने आई है. प्रशासन मेरे हक को कायम नहीं कर पाई. उन्होंने कहा क‍ि कल (25 नवंबर) को धूणी दर्शन करने के ल‍िए स‍िटी पैलेस गए तो अंदर से पथराव हो गया. ज‍िला प्रशासन इस पर भी कार्रवाई नहीं पाया. प्रशासन कह रहा था क‍ि गेट कैसे खोलेंगे ? हमारे पास इतनी फोर्स नहीं है क‍ि हम अंदर जाकर सीज कर सकें. अब नोट‍िस लगाया गया है. अब देखते हैं आगे क्‍या करते हैं. 

"दर्शन करना मेरा हक"

व‍िश्‍वराज स‍िंंह ने कहा क‍ि पूजा स्‍थल पर जाने से नहीं रोक सकते हैं. मेरा पूरा हक है क‍ि मैं दर्शन करने जाऊं. परंपरा के सवाल पर उन्होंने कहा क‍ि एकल‍िंग जी मंद‍िर धूणी माता मंद‍िर से पुराना है. धूणी माता मंद‍िर का शिलान्‍यास तब हुआ, जब उदयपुर बसा था. उन्होंने कहा क‍ि धूणी का दर्शन अलग है और एकल‍िंग का दर्शन करना अलग है. वो एकल‍िंग दर्शन करने कल (27 नवंबर) जाएंगे. कोई भी एकल‍िंग जी मंद‍िर को कैसे बंद कर सकते हैं ? अगर मैं दर्शन नहीं कर पाता हूं तो इसमें प्रशासन का फेल्योर है. 

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"मेवाड़ के लोग कानून अपने हाथ में नहीं लेते"

उन्होंने कहा क‍ि मेवाड़ के लोग कानून को अपने हाथ में नहीं लेते. मेवाड़ के लोग गलत चीज का व‍िरोध करते हैं. उन्होंने कहा क‍ि व‍िवाद न हो, इसल‍िए स‍िटी पैलेस नहीं जा रहा था. परंपरा के ल‍िए स‍िटी पैलेस जाना है. उन्होंने कहा क‍ि 1984 में अंत‍िम बार स‍िटी पैलेस गए थे, तब से वहां नहीं गए हैं. 

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धूणी दर्शन पर बोले-अकेले और पर‍िवार के साथ भी जा सकते हैं 

आज (26 नवंबर) सुबह से ही स‍िटी पैलेस के बाहर लोगों की भीड़ इकट्ठा होने लगी. लोगों की भीड़ इकट्ठा होने पर उन्होंने कहा क‍ि हमने लोगों से आह्वान नहीं किया है. लोग अपने आप ही आ रहे हैं. उन्होंने कहा क‍ि धूणी दर्शन अकेले भी जा सकते हैं. पर‍िवार के साथ भी जा सकते हैं. पर‍िवार से जुड़े लोग भी जा सकते हैं. प्रशासन पर सरकार के दबाव पर सवाल के जवाब में उन्होंने कहा प्रशासन ने ढील दी है तो ऐसे सवाल जरूर उठेंगे.   

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