PM Modi in Ayodhya: प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी आज (मंगलवार) सुबह लगभग 9:30 बजे रामनगरी अयोध्या (Ayodhya) पहुंचने वाले हैं, जहां वह श्री राम जन्मभूमि मंदिर (Ramjanambhoomi Mandir) के शिखर पर भगवा ध्वज फहराकर मंदिर निर्माण के पूरा होने का प्रतीक स्थापित करेंगे. इस ऐतिहासिक पल के लिए अयोध्या में जोरदार तैयारी की गई है. इसके लिए अयोध्या की पावन धरती को दुल्हन की तरह सजाया गया है.
PM मोदी का अयोध्या कार्यक्रम और ध्वज का महत्व
प्रधानमंत्री कार्यालय (PMO) के अनुसार, विवाह पंचमी (Vivah Panchami) के अवसर पर अयोध्या में ध्वजारोहण समारोह दोपहर करीब 12 बजे होगा.यह ध्वज समकोण त्रिभुजाकार होगा, जिसकी ऊंचाई 10 फुट और लंबाई 20 फुट है. इस पर दीप्तिमान सूर्य की तस्वीर है, जो भगवान राम के तेज और वीरता का प्रतीक है. ध्वज पर 'ॐ' अंकित है और कोविदार वृक्ष की तस्वीर भी उकेरी गई है.
विवाह पंचमी पर फहराएंगे राम मंदिर पर ध्वज
यह कार्यक्रम मार्गशीर्ष महीने के शुक्ल पक्ष की शुभ पंचमी तिथि को होगा, जब श्री राम और मां सीता की विवाह पंचमी (Vivah Panchami 2025) का अभिजीत मुहूर्त भी है. यह तिथि नौवें सिख गुरु, गुरु तेग बहादुर जी (Guru Tegbhadur), के शहादत दिवस के साथ भी मेल खाती है, जिन्होंने 17वीं सदी में अयोध्या में 48 घंटे ध्यान लगाया था.
PM मोदी के 'X' पोस्ट
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी (PM narendra Modi) ने आज (मंगलवार) के अयोध्या कार्यक्रम को लेकर सोशल मीडिया 'X' पर अपनी खुशी जाहिर की है.उन्होंने कहा कि यह उनके लिए परम सौभाग्य की बात है कि उन्हें भगवान श्री राम के दिव्य-भव्य जन्मभूमि मंदिर परिसर में दर्शन-पूजन का अवसर मिलेगा.
12 बजे श्री राम लला के मंदिर के शिखर पर फहाराएंगे ध्वज
पीएम मोदी ने बताया कि प्रभु श्री राम भारतवर्ष की आत्मा, चेतना और गौरव का आधार हैं. वह 25 नवंबर को सुबह करीब 10 बजे मंदिर परिसर में होंगे. इसके बाद, वह दोपहर लगभग 12 बजे श्री राम लला के मंदिर के शिखर पर केसरिया ध्वज के विधिवत आरोहण के ऐतिहासिक क्षण के साक्षी बनेंगे. उन्होंने आगे कहा कि यह ध्वज भगवान श्री राम के तेज, शौर्य और आदर्शों के साथ-साथ हमारी आस्था, अध्यात्म और सांस्कृतिक विरासत का प्रतीक है.
दक्षिण भारतीय वास्तुशैली किया गया है डिजाइन
यह ध्वज पारंपरिक उत्तर भारतीय नागर वास्तुशैली में निर्मित 'शिखर' के शीर्ष पर फहराया जाएगा. वहीं, इसके चारों ओर 800 मीटर लंबा 'परकोटा' दक्षिण भारतीय वास्तुशैली में डिजाइन किया गया है, जो मंदिर की वास्तुशिल्प विविधता को दर्शाता है.
रामलला गर्भ गृह के भी दर्शन करेंगे पीएम मोदी
अयोध्या दौरे के दौरान, प्रधानमंत्री मोदी राम मंदिर के अलावा साकेत नगी के सप्तमंदिर (महर्षि वशिष्ठ, विश्वामित्र, अगस्त्य, वाल्मीकि, देवी अहिल्या, निषादराज गुहा और माता शबरी से जुड़े मंदिर) और शेषावतार मंदिर जाएंगे. वह माता अन्नपूर्णा मंदिर और राम दरबार गर्भ गृह में दर्शन और पूजन के बाद रामलला गर्भ गृह में भी दर्शन करेंगे.
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