Rajasthan News: राजस्थान की माटी हमेशा से ही सेवा और समर्पण के लिए जानी जाती है. यहां के लोगों में आज भी वो पुरानी परंपरा और संस्कार जिंदा हैं, जो हमें जानवरों और इंसानों के बीच का रिश्ता सिखाते हैं. राजसमंद जिले के देवगढ़ उपखंड का चितरड़ाई गांव एक बार फिर इसी भावना का गवाह बना है. गांव के कुछ युवाओं ने गौ सेवा का ऐसा अद्भुत उदाहरण पेश किया है कि हर कोई उनकी तारीफ कर रहा है.
आप और हमने अक्सर देखा है कि किसी बीमार या घायल इंसान को अस्पताल ले जाने के लिए एम्बुलेंस बुलाई जाती है या गाड़ी का इंतजाम होता है. लेकिन जब बात बेजुबान जानवरों की आती है, तो कई बार लोग बेबस हो जाते हैं. चितरड़ाई गांव के युवा इस मामले में अलग हैं. उनके लिए गौ सेवा केवल एक नारा नहीं, बल्कि उनकी जिंदगी का हिस्सा है.
दर्द से तड़प रही थी गाय
बीते शाम, गांव में एक गाय बहुत बीमार हो गई. उसकी हालत देखकर युवाओं का दिल पसीज गया. उन्होंने तुरंत उसके इलाज कराने का फैसला किया. लेकिन सबसे बड़ी दिक्कत थी कि उसे अस्पताल तक कैसे पहुंचाया जाए. गांव में एम्बुलेंस या कोई बड़ा वाहन नहीं मिल सका. बीमार गाय को दर्द में तड़पता देख उनसे रहा नहीं गया.
बाइक पर बैठाकर ले गए अस्पताल
फिर जो हुआ, वो वाकई हैरान कर देने वाला था. दो-तीन युवाओं ने मिलकर एक बाइक का सहारा लिया. उन्होंने गाय को बड़ी सावधानी से बाइक पर बिठाया और उसे लेकर अस्पताल की तरफ चल दिए. यह दृश्य जिसने भी देखा, वो इन युवाओं के जज्बे को सलाम करने लगा. यह सिर्फ एक गाय को अस्पताल ले जाना नहीं था, बल्कि यह उस इंसानियत का प्रदर्शन था, जो आज के समय में कहीं खोती जा रही है.
सही इलाज के बाद मिला सुकून
बाइक पर बैठी गाय को देखकर एक पल को ऐसा लगा जैसे कोई अपने परिवार के सदस्य को मुश्किल घड़ी में सहारा दे रहा हो. इन युवाओं ने न दिन देखा न रात, बस गाय की जान बचाने की धुन में लगे रहे. अस्पताल में उसका सही समय पर इलाज हुआ, जिसके बाद ही उन्हें सुकून मिला.
सोशल मीडिया पर वायरल हुआ वीडियो
इस पूरी घटना का किसी ने वीडियो बना लिया और सोशल मीडिया पर डाल दिया. देखते ही देखते यह वीडियो वायरल हो गया. राजस्थान ही नहीं, बल्कि देशभर के लोग इस वीडियो को देख रहे हैं और इन युवाओं की जमकर तारीफ कर रहे हैं. सोशल मीडिया पर लोग लिख रहे हैं कि यह वीडियो केवल एक घटना नहीं, बल्कि हम सबके लिए एक प्रेरणा है. यह हमें सिखाता है कि दया और सेवा की भावना किसी साधन की मोहताज नहीं होती. अगर मन में सच्ची लगन हो, तो कोई भी मुश्किल बड़ी नहीं होती.
ये भी पढ़ें:- राजस्थान में होगी पहली डिजिटल जनगणना, घर बैठे खुद कर सकेंगे अपना रजिस्ट्रेशन, समझें पूरा प्रोसेस
यह VIDEO भी देखें