Rajasthan Politics: कांग्रेस कार्यकर्ताओं के खिलाफ मुकदमे दर्ज किए जाने का विरोध लगातार बढ़ता जा रहा है. बुधवार को कांग्रेस कार्यकर्ताओं ने चंबल नदी में जल सत्याग्रह कर विरोध जताया है. साथ ही पुलिस द्वारा दर्ज किए गए मुकदमे वापस लिए जाने की मांग की. इस दौरान कांग्रेस कार्यकर्ता काफी देर तक जल रहकर विरोध किया.
कांग्रेस का लगातार विरोध जारी
बता दें कि राष्ट्रीय पात्रता सह प्रवेश परीक्षा (NEET UG) के आयोजन में कथित गड़बड़ी को लेकर राजस्थान के कोटा (Kota) शहर में सोमवार को उग्र प्रदर्शन करने वाले कांग्रेस नेताओं के खिलाफ दो एफआईआर (Congress Leaders) दर्ज की गई हैं. इसके बाद से कांग्रेस कार्यकर्ताओं का लगातार विरोध जारी है.
बीजेपी सरकार के खिलाफ कांग्रेस के प्रदर्शन के बाद कांग्रेस के नेताओं के खिलाफ दर्ज किए गए पुलिस द्वारा मुकदमों का विरोध करते हुए और कांग्रेस कार्यकर्ताओं ने चंबल नदी में जल सत्याग्रह किया. चेतन सोलंकी के नेतृत्व में कांग्रेस कार्यकर्ता भीतरीया कुंड स्थित चंबल नदी किनारे पहुंचे और वहां पर पानी में उतरकर जल सत्याग्रह किया. इस दौरान उन्होंने मांग की, जो FIR कांग्रेस के नेताओं के खिलाफ की गई है.
पुलिस के द्वारा उन मुकदमों पर रोक लगाई जाए और मुकदमों को वापस लिया जाए. काफी देर तक कांग्रेस कार्यकर्ताओं ने जल सत्याग्रह कर अपना विरोध जताया सूचना मिलने पर जिला अध्यक्ष रविंद्र त्यागी भी मौके पर पहुंचे और उन्होंने समझाइए कांग्रेस कार्यकर्ताओं को चंबल नदी से बाहर निकालने की अपील की.
क्यों दर्ज हुआ था मुकदमा
मामले में कोटा सिटी एसपी डॉक्टर अमृता दुहन का कहना है कि पूरे घटनाक्रम की वीडियोग्राफी कराई थी. इस उग्र प्रदर्शन के दौरान पुलिस से टकराव की स्थिति बन गई थी. इसलिए पुलिस अधिकारी व पुलिस कर्मियों की शिकायत पर कांग्रेस नेताओं के खिलाफ मुकदमे दर्ज किए हैं. मामले में पुलिस ने धक्का-मुक्की, गाली गलौज, राज कार्य में बाधा डालने का आरोप लगाया है. इस दौरान पुलिस कर्मियों के साथ कांग्रेस कार्यकर्ताओं नेताओं ने मारपीट भी की.
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