Weather Today in Rajasthan: राजस्थान पिछले कुछ दिनों से कोहरे और बारिश की चपेट में है, जिसके चलते मौसम में तेजी से बदलाव होने लगा है. 26 दिसंबर को सक्रिय हुए पश्चिमी विक्षोभ के कारण जिलों के मौसम का हाल शिमला जैसा हो गया है. धंधु की परत इस कदर छाई हुई है कि जयपुर का जल महल भी घने कोहरे के चलते नजर नहीं आ रहा है. मौसम विभाग के अनुसार आने वाले दिनों में फिलहाल राहत मिलने की संभावना कम ही है.
वाहनों लिए घना कोहरा बना मुसीबत
बीते 24 घंटे में कोटा में हल्की बारिश हुई, जबकि पश्चिमी राजस्थान में मौसम शुष्क रहा. प्रदेश में सबसे ज्यादा बारिश पचपहाड़ (झालावाड़) में 86 मिमी दर्ज की गई. जबकि सबसे ज्यादा तापमान बारां में 28.2 डिग्री सेल्सियस और सबसे कम न्यूनतम तापमान जैसलमेर में 6.4 डिग्री सेल्सियस दर्ज किया गया. इसके अलावा हालात ऐसे हो गए कि राजस्थान के जयपुर समेत कई शहरों में रविवार सुबह घना कोहरा छाए रहने से विजिबिलिटी 50 मीटर से भी कम रही. जिसके चलते नागौर, सीकर, दौसा, भरतपुर, बाड़मेर, श्रीगंगानगर, चूरू, टोंक और कोटा में घना कोहरा छाए रहने से हाईवे पर वाहन चालकों को परेशानियों का सामना करना पड़ा.
अन्य जिलों का तापमान
इसके अलावा रविवार को राज्य के अन्य जिलों में न्यूनतम तापमान में 2 से 4 डिग्री सेल्सियस की गिरावट दर्ज की गई. सिरोही में 4.1 डिग्री, सीकर में 5.7 डिग्री, फतेहपुर में 6.2 डिग्री, चूरू और श्रीगंगानगर में 6.4 डिग्री, अजमेर में 6.9 डिग्री. पिलानी में सात डिग्री और संगरिया व जालौर में 7.1 डिग्री सेल्सियस दर्ज किया गया. राजधानी जयपुर में न्यूनतम तापमान 7.2 डिग्री सेल्सियस दर्ज किया गया.
मौसम विभाग का अलर्ट
मौसम विज्ञान केंद्र जयपुर के अनुसार अगले 24 घंटों के दौरान पूर्वी राजस्थान के कोटा, भरतपुर संभाग में कहीं-कहीं हल्की बारिश होने की संभावना है. साथ ही घना से बहुत घना कोहरा भी रहेगा. इसके अलावा 30 दिसंबर से अगले 3-4 दिनों में भी कुछ स्थानों पर हल्की बारिश होगी. राज्य के कुछ हिस्सों में सर्दी के दिनों में घना से बहुत घना कोहरा दर्ज किए जाने की संभावना है.
यह भी पढ़ें: जैसलमेर: जमीन से गैस रिसाव, पानी की तेज धारा... रेगिस्तान में कैसे फूटा पानी का 'फव्वारा'; खतरे की बढ़ी आशंका