1 नवंबर से शुरू होगा शादी सीजन, सिर्फ देवउठनी पर होंगी 30 हजार शादियां; मलमास से पहले 13 शुभ मुहूर्त

1 तारीख को देवउठनी एकादशी पर जयपुर में 5 हजार से अधिक शादियां हो रही है. वैसे तो भारतीय लोग शादी विवाह के आयोजनों में दिल खोलकर इंतजाम करते हैं. लेकिन इस बार जीएसटी कम होने से कई चीजों के दाम घटे हैं इसलिए भी बाजारों में एक अलग ही रौनक देखने को मिल रही है.

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देवउठनी एकादशी से देश में शादियों की धूम शुरू होने जा रही है. लगभग 4 महीने के बाद एक बार फिर शहनाई की गूंज होगी. 6 जुलाई को देव सोनी एकादशी के बाद से ही शादियों के सावे बंद हो गए थे. अब 1 नवम्बर को देव उठनी एकादशी से फिर से शादियों की शुरुआत होगी. 1 नवम्बर से 15 दिसम्बर तक सावों की भरमार है. इसके बाद 15 दिसम्बर से 14 जनवरी तक मलमास में शादियों के मुहूर्त नहीं है. इस डेढ़ महीने में 13 प्रमुख शादियों के मुहूर्त हैं. इनमें भी 1 नवम्बर को देवउठनी एकादशी का मुहूर्त अबूझ सावा माना जाता है. इसलिए इस दिन करीब 30 हजार शादियां प्रदेश में होंगी. 

महालक्ष्मी मंदिर के महंत राजेंद्र कुमार शर्मा ने बताया कि  4 महीने बाद देवउठनी एकादशी से शादी विवाह प्रारंभ हो रह हैं. देवउठनी एकादशी का मुहूर्त अबूझ माना जाता है. इसलिए इस दिन अधिक शादियां होती है. इसके अलावा नवम्बर में 2, 22,23,24,25,27, 29 और 30 का एवं दिसंबर में 4,5,6 और 11 तारीख का मुहूर्त है. 15 दिसम्बर से 14 जनवरी तक मलमास रहेगा. इसमें शादियों का कोई मुहूर्त नहीं है. 

2026 में ये रहेंगे श्रेष्ठ मुहूर्त

महंत राजेंद्र कुमार शर्मा ने बताया कि इसके बाद 2026 में 22 जनवरी से शादियों के मुहूर्त है. इसमें जनवरी में 22,23,25,28 तारीख

फरवरी में 5,6,8,10,12,14,19,20,21,24,25 और 26 तारीख 

मार्च में 1,3,4,7,8,9,11,13 तारीख

अप्रैल में 15,20,21,25,25,27,28,29 तारीख

मई में 6,13,23,25,26,28,29 तारीख

जून में 1,2,4,5,11,19,21,28 तारीख और जुलाई में 1,6,7,11 तारीख को शादियों के श्रेष्ठ मुहूर्त है. 11 जुलाई 2026 को देवउठनी एकादशी से फिर 4 महीने के लिए देव सो जाएंगे. तो इस दौरान शादी विवाह नहीं होंगे.

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डेढ़ महीने में राजस्थान में होगा 3 हजार करोड़ का कारोबार

ऑल इंडिया टैंट एसोसिएशन के अध्यक्ष रवि जिंदल ने बताया कि इस डेढ़ महीने में नवम्बर दिसंबर में प्रदेश में करीब 2 लाख शादियां होंगी. वहीं, केवल देवउठनी एकादशी पर जयपुर जिले में 5 हजार और प्रदेश में 30 हजार शादियां होंगी. इन शादियों से करीब 3 हजार करोड़ का कारोबार बाजार में होगा. 

बाहर से भी आकर शादी करते हैं लोग

कैटरिंग व्यापारी रामबाबू शर्मा ने बताया कि जयपुर और राजस्थान में ना केवल यहीं से बल्कि बाहर से भी आकर लोग शादी करते हैं. डेस्टिनेशन वेडिंग के लिए राजस्थान लोगों की पसंद है. यहां का खान पान, कल्चर, हेरिटेज और संस्कृति लोगों को खूब पसंद आती है. नवंबर दिसंबर के सावों के लिए 3 महीने पहले ही कैटरिंग, घोड़ी, बैंड, सब बुक हो गए हैं. 1 तारीख को देवउठनी एकादशी पर जयपुर में 5 हजार से अधिक शादियां हो रही है. वैसे तो भारतीय लोग शादी विवाह के आयोजनों में दिल खोलकर इंतजाम करते हैं. लेकिन इस बार जीएसटी कम होने से कई चीजों के दाम घटे हैं इसलिए भी बाजारों में एक अलग ही रौनक देखने को मिल रही है.

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