Analysis: कोटा लोकसभा सीट पर ओम बिरला के सामने प्रहलाद गुंजन की कितनी चुनौती, क्या कहते हैं समीकरण

ओम बिरला और गुर्जर नेता प्रहलाद गुंजल के बीच कांटे की लड़ाई बतायी जा रही है. हालांकि, बिरला कोटा सीट पर अपनी हैट्रिक जीत की दावा कर रहे हैं.

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Rajasthan Politics: लोकसभा चुनाव 2024 के पहले चरण का चुनाव 19 अप्रैल को हो चुका है. जिसमें राजस्थान की 12 लोकसभा सीटों पर जनता ने अपना फैसला EVM मशीन में कैद कर दिया है. वहीं अब 26 अप्रैल को दूसरे चरण का चुनाव होना है. जिसमें राजस्थान की 13 लोकसभा सीटों पर मतदान किया जाएगा. दूसरे फेज में कोटा-बूंदी लोकसभा सीट हॉटशीट में से एक हैं. जिसपर बीजेपी की ओर से ओम बिरला मैदान में हैं. जबकि कांग्रेस की ओर से प्रहलाद गुंजल है. माना जा रहा है कि प्रहलाद गुंजल की वजह से ही कोटा लोकसभा सीट सभी की नजर में है. क्योंकि ओम बिरला के सामने प्रहलाद गुंजल की बड़ी चुनौती है.

ओम बिरला और गुर्जर नेता प्रहलाद गुंजल के बीच कांटे की लड़ाई बतायी जा रही है. हालांकि, बिरला कोटा सीट पर अपनी हैट्रिक जीत की दावा कर रहे हैं. उनकी जीत निश्चित करने के लिए पीएम मोदी ने भी कैंपेन किया है. लेकिन प्रहलाद गुंजल जमीनी नेता हैं और बिरला को कड़ी चुनौती दे रहे हैं.

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कहां घिर रहे हैं ओम बिरला

राजनीतिक जानकारों की मानें तो ओम बिरला के सामने सत्ता विरोधी खेमे को रोकने का कोई समाधान नहीं नजर आ रहा है. ओम बिरला पर स्थानीय लोग वादा न पूरा करने का आरोप भी लगा रहे हैं. उन्हें कोटा एयरपोर्ट के मुद्दे पर भी घेरा जा रहा है. जिसके लिए वह काफी समय से वादा कर रहे हैं. 

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हालांकि, ओम बिरला के लिए मजबूत स्थिति इस वजह से माना जा रहा है कि कोटा RSS का गढ़ माना जाता है. वहीं राम मंदिर का मुद्दा और पीएम मोदी का नाम बिरला को मजबूत स्थिति में लाता है और इसका फायदा उन्हें मिल सकता है.

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कोटा-बूंदी सीट पर क्या है वोट का समीकरण

कोटा-बूंदी लोकसभा सीट पर 20 लाख से ज्यादा मतदाता हैं. कोटा बूंदी लोकसभा सीट की आठ विधानसभा सीटों में कुल 20 लाख 62 हज़ार 730 मतदाता हैं जिसमें से 10 लाख 61 हजार 228 पुरुष और 10 लाख 1 हजार 502 महिला मतदाता हैं. इसमें अगर जाति समीकरण की बात करें तो सबसे ज्यादा मुस्लिम वोट है जो 2.5 लाख से ज्यादा है. वहीं मीणा मतदाता सवा 2 लाख है. ब्राह्मण वोट 2 लाख से ज्यादा है. और गुर्जर मतदाता 1.9 लाख के करीब हैं.

मुस्लिम वोट- 2.50 लाख से ज्यादा
मीणा वोट- 2.25 लाख 
ब्राह्मण वोट- 2.05 लाख
गुर्जर वोट- 1.90 लाख करीब
राजपूत वोट- 1.10 लाख

इसमें से गुर्जर वोट बीजेपी का कोर वोट माना जाता है. लेकिन प्रहलाद गुंजल खुद गुर्जर है तो गुर्जर वोट का बंटवारा तय माना जा रहा है.

आपको बता दें इस सीट पर ओबीसी वर्ग का बड़ा वोट बैंक हैं. जिसमें गुर्जर, माली, धाकड़, कुम्हार, बंजारा, नाई, बैरागी, कश्यप, खाती, कुशवाहा, अहीर, यादव और जाट वर्ग आते हैं. इसके अलावा अनुसूचित जाति के मतदाता भी है जो करीब 4 लाख से अधिक हैं.

प्रहलाद गुंजल के लिए यहां सचिन पायलट फैक्टर भी हैं जो उनके साथ है. सचिन पायलट फैक्टर अगर काम करता है तो प्रहलाद गुंजल को ज्यादा फायदा मिल सकता है.