'COVID के बाद हार्ट अटैक के मामले बढ़ने की वजह क्या है ?' यूनुस खान ने पूछा विधानसभा में सवाल, सरकार ने दिया यह जवाब

यूनुस खान ने सरकार से पूछा कि क्या यह सही है कि कोरोना के बाद साल 2020 से अब तक हृदयाघात से होने वाली मौतों के मामले में वृद्धि हुई है? यदि हां, तो सरकार द्वारा इन मौतों के संबंध में कोई आंकलन किया है?

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Silent Heart Attack After Covid: राजस्थान में दौसा जिले में अचानक हार्ट अटैक से गुरुवार को एक छात्र की मौत हो गई. छात्र की उम्र महज 16 साल थी.  खबर के मुताबिक 10 वीं के छात्र यतेंद्र उपाध्याय सुबह आम दिनों की तरह स्कूल आया था. सोशल मीडिया पर वायरल एक वीडियो में देखा जा सकता है कि जैसे ही वो क्लास में जाने वाला था वो अचानक गिरा और उसकी मौत हो गई.  

कोविड के बाद युवाओं में हार्ट अटैक के खतरे लगातर बढ़ रहे हैं. राजस्थान विधानसभा के चालू सत्र में डीडवाना से निर्दलीय विधायक यूनुस खान ने अचानक हार्ट अटैक की घटनाओं में हुई बढ़ोतरी से जुड़ा सवाल पूछा. 

यूनुस खान ने किया विधानसभा में सवाल 

यूनुस खान ने सरकार से पूछा कि क्या यह सही है कि कोरोना के बाद साल 2020 से अब तक हृदयाघात से होने वाली मौतों के मामले में वृद्धि हुई है? यदि हां, तो सरकार द्वारा इन मौतों के संबंध में कोई आंकलन किया है? यदि हां, तो विवरण सदन की मेज पर रखें. उन्होंने आगे पूछा क्या कोरोना काल के बाद होने वाली मौतों में साईलेंट हार्ट अटैक इसका कारण रहा है? 

युनुस खान ने यह पुछा कि हार्ट अटैक के मामलों में कोरोना की वैक्सीनेशन या बूस्टर डोज लगवाने वाले लोगों की संख्या कितनी और कुल मौतों का कितना प्रतिशत है? हालांकि सरकार ने इसका कोई ठोस जवाब नहीं दिया.  लेकिन सरकार ने माना कि हार्ट अटैक के मामलों में सामान्य वृद्धि हुई है और राज्य सरकार द्वारा इसका कोई आंकलन नहीं करवाया गया है.

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कोविड के बाद बढ़ा साइलेंट अटैक के खतरा 

एक रिपोर्ट के मुताबिक, कोविड-19 के बाद दिल के रोगियों में 14% तक बढ़ोतरी हुई है. इनमें ज्यादातर 30 से 40 साल के युवा ही हैं. सोशल मीडिया पर पिछले काफी वक्त से अचानक हार्ट अटैक से मौत के वीडियो सामने आ रहे हैं. कोई शख्स डांस करते करते हुए गिरा या जिम करते हुए गिरा और मौत हो गई. मौत की वजह कार्डिएक अरेस्ट बताई गई. 

एस्ट्राजेनेका ने माना था कोविशील्ड से हार्ट अटैक का खतरा 

ब्रिटिश फार्मास्युटिकल कंपनी एस्ट्राजेनेका ने माना था कि उसकी कोविड-19 वैक्सीन कोविशील्ड के कारण थ्रोम्बोसाइटोपेनिया सिंड्रोम (TTS) के साथ थ्रोम्बोसिस नामक एक दुर्लभ दुष्प्रभाव हो सकता है. वैक्सीन निर्माता ने अदालती दस्तावेज़ों में कहा था कि कोविशील्ड, दुर्लभ मामलों में एक ऐसी स्थिति का कारण बन सकती है, जिससे खून के थक्के जम सकते हैं और प्लेटलेट की संख्या कम हो सकती है. इससे हार्ट अटैक का खतरा बढ़ जाता है. कंपनी के खिलाफ दायर एक मुकदमे के बाद यह स्‍वीकारा गया है, जिसमें टीके से जुड़े गंभीर नुकसान और मौतों का आरोप लगाया गया है.

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