Rajasthan: साइबर अपराधी शादी के निमंत्रण कार्ड से लोगों को अपना शिकार बना रहे हैं. राजस्थान पुलिस ने एडवाइजरी जारी करके लोगों को अलर्ट किया है. साइबर क्राइम के डीजी हेमंत प्रियदर्शी ने बताया कि आजकल ज्यादातर लोग निमंत्रण कार्ड वाट्सएप पर भेज रहे हैं. लोकेशन का लिंक भी अटैच करते हैं. साइबर ठग भी लोकेशन अटैच करने वाले लिंक में कुछ ऐसे एप का लिंक देते हैं, जिसे ओपन करते ही आपका डेटा उनके पास जा सकता है. आपका बैंक अकाउंट खाली हो सकता है. इससे बचने के लिए ई-कार्ड को ओपन करने के दौरान सावधानी बरतें. कोई अननोन नंबर से ई-कार्ड आत है, तो उसकी जांच के बाद ही लिंक पर क्लिक करें.
बीकानेर के कैलाश से साढ़े 4 लाख की ठगी
बीकानेर में एक व्यक्ति ऐसे ही साइबर ठगी का शिकार हुआ. उसके खाते से साढ़े 4 लाख रुपए साइबर ठग चुरा लिए. बीकानेर के कैलाश के वाट्सएप पर एक शादी का कार्ड आया था. कार्ड डाउनलोड करते ही मोबाइल हैंग हो गया. मोबाइल का एक्सेस किसी और के पास चला गया. थोड़ी देर बाद कैलाश के खाते से साढ़े चार लाख रुपए निकाल लिए. कैलाश ने बताया कि उसके पास न कोई OTP आया और न ही बैलेंस कटने का मैसेज आया. पुलिस के पास जाने पर इस तरह के ठगी का पता चला.
वाट्सएप पर शादी का कार्ड आए तो सावधानी से क्लिक करें
साइबर एक्सपर्ट मुकेश चौधरी ने मीडिया को बताया कि साइबर ठगी के नए तरकीब निकाल लिए हैं. लोग अलर्ट नहीं रहे तो बैंक का खाता खाली हो सकता है. उन्होंने कहा कि वाट्सएप पर अनजान नंबर से शादी का कार्ड आए तो अलर्ट हो जाएं. भूल से भी उसे क्लिक न करें. साइबर ठग शादी के कार्ड के रूप में लिंक भेजते हैं. क्लिक करते ही आपका मोबाइल उनके कंट्रोल में चला जाता है. इसके बाद बैंक एकाउंट खाली कर देते हैं.
एपीके फाइल को भूलकर न करें डाउनलोड
अजमेर में भी एक व्यक्ति के अकाउंट से रुपए इसी तरह से निकाल लिए थे. एपीके फाइल आए तो उसे भूलकर भी डाउनलोड नहीं करना चाहिए. एपीके फाइन डाउनलोड करते ही फोन का कंट्रोल हैकर्स के पास चला जाता है. फोन का कॉल लॉग, कॉन्टेक्ट, निजी तस्वीरें, ईमेल आईडी बैंकिंग ऐप के पासवर्ड की डिटेल और यहां तक कि कैमरे का एक्सेस भी हैकर्स के पास चला जाता है.
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