जब चकमा खा गई फलोदी पुलिस, ड्रग तस्कर की बातों में आकर निर्दोष को भेज दिया जेल, 3.5 KG अफीम बरामदगी का है मामला

मुख्य आरोपी की बातों में आकर फलोदी पुलिस ने निर्दोष युवक के घर के बाहर प्लांट किए साढ़े तीन किलो अफीम बरामद कर युवक को जेल भेज दिया था, लेकिन ताजा खुलासे के बाद हुई फजीहत के बाद अब फलोदी पुलिस ने अब मुख्य आरोपी को गिरफ्तार कर लिया है.

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फलोदी पुलिस के गिरफ्त में आया मुख्य आरोपी

Case Of Recovery Of 3.5 KG Opium: गत 7 जनवरी को साढ़े तीन किलो अफीम बरामदगी मामले में गिरफ्तार युवक मामले में अब नया मोड़ आ गया है. दरअसल, फलोदी पुलिस ने एक आवासीय मकान के बाड़े से साढ़े तीन किलो अफीम बरामद की थी, अब जांच में पता चला है कि गिरफ्तार युवक को मुख्य ड्रग तस्कर द्वारा झूठा फंसाया गया.

मुख्य आरोपी की बातों में आकर फलोदी पुलिस ने निर्दोष युवक के घर के बाहर प्लांट किए साढ़े तीन किलो अफीम बरामद कर युवक को जेल भेज दिया था, लेकिन ताजा खुलासे के बाद हुई फजीहत के बाद अब फलोदी पुलिस ने अब मुख्य आरोपी को गिरफ्तार कर लिया है.

फलोदी जिता पुलिस अधीक्षक हनुमान प्रसाद ने बताया कि निर्दोष युवक के आवासीय घर के बाड़े में अफीम रखकर झूठा फंसाने के मुख्य आरोपी सुनील पुत्र भगवानाराम को गिरफ्तार करने में सफलता प्राप्त की है. उन्होंने बताया कि अब पूर्व में गिरफ्तार किए गए निर्दोष युवक मनोज कुमार की सीआरपीसी की धारा 169 के तहत न्यायालय से रिहाई करवाई जाएगी.

एसपी हनुमान प्रसाद के अनुसार गत 7 जनवरी को फलोदी पुलिस ने पीड़ित युवक मनोज कुमार पुत्र साजनराम को उसके आवासीय मकान परिसर से 3 किलो 550 ग्राम अफीम बरामदगी के बाद गिरफ्तार किया गया था. आरोपी के विरुद्ध एनडीपीएस एक्ट के तहत प्रकरण दर्ज कर उसे जेल भेज दिया गया.

पुलिस अनुसंधान में पता चला कि आरोपी सुनील विश्नोई खुद अवैध मादक पदार्थों की तस्करी करता है और अम्बेडकर सर्कल पर स्थित होटल व फलोदी कस्बा में छोटी-छोटी पुड़ियों में युवाओं, छात्रों और नशेड़ियों को अफीम बेचता था.

जांच के बाद पुलिस को संदेहस्पद लगा मामला 

जिला पुलिस अधीक्षक हनुमान प्रसाद ने बताया कि प्रकरण में अवैध अफीम की बरामदगी संदेहास्पद लगने पर मामले की गहनता से पड़ताल की गई. विभिन्न स्थानों से सीसीटीवी फुटेज जुटाए गए. मामले में सुनील की भूमिका संदिन्ध मिलने पर दस्तयाब कर उससे पूछताछ की गई, तो उसने कुबूल कर लिया कि उसने निजी दुश्मनी के चलते पीड़ित युवक के बंद पड़े आवासीय मकान के बाड़े में बरामद हुए मादक पदार्थ रखवाए. 

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पूछताछ में खुलासे से दंग रह गई फलोदी पुलिस

एसपी हनुमानप्रसाद ने बताया कि गहन पूछताछ में आरोपी सुनील से बताया कि उसने करीब 20-22 दिन पहले 500 ट्रमाडोल टेबलेट खरीदी थी. फिर यूपीआई ऐप फोन पे के जरिए एक मेडिकल स्टोर से दो सेरेलक पाउडर के पैकेट खरीदे और उसमें नशीला पदार्थ मिलाकर अफीम का मिश्रण तैयार किया.

फलोदी पुलिस ने आरोपी सुनील विश्वाई के खिलाफ जुटाए साक्ष्यों और उसके कुबूलनामे के बाद उसे गिरफ्तार कर लिया है और निर्दोष युवक मनोज कुमार की रिहाई के लिए सीआरपीसी की धारा 169 के तहत न्यायालय से गुहार करेगी.

शातिर जेल में बंद मनोज की जमानत नहीं हो सके, इसके लिए उसने वाणिज्यक मात्रा 3.5 किलोग्राम अफीम मिश्रण तैयार किया और देर रात एक-एक किलोग्राम की दो थैली और एक डेढ़ किलो की एक थैली मनोज के घर के पीछे बाड़े में पत्थरों के नीचे छिपा दिए और वहां अफीम होने की सूचना एजेंसी को दे दी.

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आरोपी सुनील ने साजिशन युवक का फंसाया

आरोपी सुनील ने एजेंसी को बताया कि मनोज अफीम की सप्लाई करने के लिए गया है, उसके बंद पड़े मकान दबिश देकर अफीम बरामद करने का आग्रह किया. आरोपी ने ही अफीम की बरामदगी के बाद मनोज के फलोदी लौटने की सूचना एजेंसी को दिया था, जिसके बाद फलोदी पुलिस ने युवक को गिरफ्तार कर जेल भे दिया था. 

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