Bharatpur: कौन हैं संजना जाटव? ईवीएम मशीनों की चुनाव बाद 24 घंटे कर रही हैं निगरानी

भरतपुर लोकसभा सीट से कांग्रेस प्रत्याशी संजना जाटव के द्वारा ईवीएम मशीनों में गड़बड़ी की आशंका को देखते हुए EVM मशीनों पर निगरानी के लिए दो व्यक्तियों को लगाया है. जो 24 घंटे CCTV कैमरे के जरिए निगरानी रख रहे हैं और इसके लिए उन्होंने जिला निर्वाचन अधिकारी से अनुमति ली है.

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Lok Sabha Elections 2024: लोकसभा चुनाव के मतदान के बाद अब शहर स्थित एमएसजे कॉलेज में ईवीएम मशीन के लिए स्ट्रांग रूम बनाया गया है. जहां लोकसभा सीट की सभी ईवीएम मशीनों को कड़ी सुरक्षा के बीच स्ट्रांग रूम में रखा गया है, स्ट्रांग रूम में ट्रिपल लेयर सिक्योरिटी में सभी ईवीएम मशीनों को रखा गया है, जहां सबसे पहले पैरामिलिट्री फोर्स उसके बाद आरएसी और पुलिस के जवानों को तैनात किया गया है. इसके साथ ही सीसीटीवी से भी स्ट्रांग रूम की मॉनिटरिंग की जा रही है. अब 4 जून को मतगणना तक स्ट्रांग रूम में भारी सुरक्षा व्यवस्था रहेगी. 

जिला निर्वाचन अधिकारी ने दी अनुमति 

भरतपुर लोकसभा सीट से कांग्रेस प्रत्याशी संजना जाटव के द्वारा ईवीएम मशीनों में गड़बड़ी की आशंका को देखते हुए ईवीएम मशीनों पर निगरानी के लिए दो व्यक्तियों को लगाया है. जो 24 घंटे सीसीटीवी कैमरे के जरिए निगरानी रख रहे हैं और इसके लिए उन्होंने जिला निर्वाचन अधिकारी से अनुमति ली है.

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24 घंटे हो रही ईवीएम मशीन की निगरानी 

एजेंट रणजीत सिंह ने बताया कि कांग्रेस प्रत्याशी संजना जाटव की ओर से उन्हें ईवीएम मशीनों की निगरानी के लिए लगाया गया है. 24 घंटे वह ईवीएम मशीनों की सीसीटीवी कैमरे के जरिए नजर बनाए हुए हैं और अभी तक किसी भी प्रकार की कोई परेशानी नहीं आई है. उनके द्वारा 4 जून तक यह निगरानी बनाने के लिए रखा गया है.

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ईवीएम मशीन की त्रिस्तरीय हो रही सुरक्षा

जिला निर्वाचन अधिकारी डॉ अमित यादव ने बताया कि ईवीएम मशीनों के लिए महारानी श्री जया महाविद्यालय में स्ट्रांग बनाया गया है.स्ट्रांग रूम में ट्रिपल लेयर सिक्योरिटी में सभी ईवीएम मशीनों को रखा गया है. सीसीटीवी कैमरा से भी निगरानी रखी जा रही है और आने जाने वाले के द्वारा रजिस्टर में एंट्री की जाती है. 

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राजनीतिक दल निगरानी के लिए 24 घंटे अपने एजेंटों कर सकेंगे तैनात

उन्होंने बताया कि कंट्रोल रूम में प्रत्याशी या प्रतिनिधि बैठ सकता है और कोई राजनीतिक दल निगरानी के लिए 24 घंटे अपने एजेंटों को तैनात कर सकते हैं. इसी के चलते एक राजनीतिक दल के द्वारा आवेदन किया था और उसे दो एजेंटों की अनुमति दे दी गई है.

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