Rajasthan Politics: माफ़ी पर रार बरक़रार, कांग्रेस ने शेष सत्र का बहिष्कार किया, सदन के बाहर कड़ी सुरक्षा; विधानसभा पहुंचे CM

स्पीकर वासुदेव देवनानी का कहना है कि निलंबित विधायक माफ़ी मांगे, वहीं दूसरी तरफ कांग्रेस का कहना है कि पहले मंत्री अविनाश गहलोत को माफ़ी मांगना होगी. इस बीच राजस्थान के मुख्यमंत्री भजनलाल शर्मा विधानसभा पहुंचे हैं. वो यहां भाजपा के विधायकों के साथ बैठक करेंगे.

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Rajasthan Budget Session 2025: राजस्थान विधानसभा का बजट सत्र जारी है, दो दिन से सदन का काम ठप है. वजह है भाजपा के मंत्री अविनाश गहलोत की पूर्व प्रधानमंत्री इंदिरा गांधी के बारे में की गई एक टिप्पणी, जिसके बाद कांग्रेस ने इसका विरोध किया तो स्पीकर ने गोविंद सिंह डोटासरा समेत 6 विधायकों को निलंबित कर दिया. सोमवार को कांग्रेस ने सड़क से लेकर सदन तक कैलाश गहलोत के खिलाफ प्रदर्शन किया.

कांग्रेस ने किया बहिष्कार 

कांग्रेस ने निलंबन के विरोध में विधानसभा की शेष सत्र की कार्यवाही का बहिष्कार करने का निर्णय लिया है. कांग्रेस विधायकों का कहना है कि जब तक मंत्री अविनाश गहलोत सदन में माफी नहीं मांगते वे कार्यवाही में हिस्सा नहीं लेंगे. कांग्रेस विधायक विधानसभा के बाहर विरोध प्रदर्शन करेंगे.

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विधानसभा के बाहर कांग्रेस के विधायक

CM भजनलाल पहुंचे विधानसभा 

स्पीकर वासुदेव देवनानी का कहना है कि निलंबित विधायक माफ़ी मांगे, वहीं दूसरी तरफ कांग्रेस का कहना है कि पहले मंत्री अविनाश गहलोत को माफ़ी मांगना होगी. इस बीच राजस्थान के मुख्यमंत्री भजनलाल शर्मा विधानसभा पहुंचे हैं. वो यहां भाजपा के विधायकों के साथ बैठक करेंगे. हो सकता है कांग्रेस के और भाजपा स्पीकर के ऑफिस में एक बार फिर इस गतिरोध को तोड़ने के लिए कोई समझौता करें. 

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विधानसभा के प्रवेश द्वार पर भारी पुलिस बल तैनात

कांग्रेस के 6 विधायकों के निलंबन के बाद सुरक्षा के कड़े इंतजाम किए गए हैं. विधानसभा के प्रवेश द्वार पर भारी पुलिस बल तैनात किया गया है, जबकि सादा वर्दी में भी पुलिसकर्मी तैनात किए गए हैं, ताकि निलंबित विधायकों को किसी भी सूरत में सदन में प्रवेश न मिल सके. निलंबित विधायकों को सदन में जाने से रोकने के लिए विशेष निगरानी की जा रही है. वाहनों की गहन तलाशी के बाद ही विधानसभा परिसर में प्रवेश दिया जा रहा है. सुरक्षा कर्मियों को सख्त निर्देश हैं कि निलंबित विधायक किसी भी माध्यम से सदन में प्रवेश न कर सकें.

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मार्शलों और सस्पेंडेड विधायकों के बीच नोक-झोंक 

सोमवार को सदन से वॉकआउट के बाद निलंबित विधायक हाकम अली, जाकिर हुसैन गैसावत और संजय जाटव के विधानसभा में प्रवेश को लेकर विवाद खड़ा हो गया. विधानसभा नियमों के तहत निलंबित विधायकों को परिसर में आने की अनुमति नहीं होती लेकिन जब वे सदन में प्रवेश करने की कोशिश करने लगे इस बीच विधानसभा के मार्शलों ने उन्हें रोक दिया. इस दौरान दोनों पक्षों के बीच तीखी बहस देखने को मिली. 

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