बीकानेर के बाद अब बाड़मेर में जमीन में दरार आ गई. करीब 2 किलोमीटर तक जमीन फट गई. सूचना पर भूगर्भ वैज्ञानिक मौके पर पहुंच गए हैं. एक महीने के अंदर यह दूसरी घटना है. गांव वाले भी हैरान और परेशान हैं.
बीकानेर में 70 फीट धंस गई थी जमीन
16 अप्रैल को बीकानेर में करीब 70 फीट जमीन धंस गई थी. एक महीना भी नहीं हुआ की बाड़मेर में करीब 2 किलोमीटर तक जमीन दरक गई. बाड़मेर जिले के नागाणा गांव में जमीन दरकी है. रहस्यमय तरीके से जमीन में दरार आई है. किसान के खेत में दरार आने से गांव के लोग हैरान परेशान हैं.
जियोलॉजिकल की टीम ने गांव वालों को किया सावधान
सूचना पर पहुंची जियोलॉजिकल की टीम ने गांव वालों को सावधान कर दिया है. गांव के लोग भी हैरान हैं. उनका कहना है कि पहले कभी जमीन में दरार नहीं आई. यह पहली घटना है. जमीन में दरार आने की घटना का वीडियो भी सोशल मीडिया पर तेजी से वायरल हो रहा है.
जमीन में जहां दरार आई वहां ऑयल एंड गैस प्लांट है
जिस स्थान पर जमीन में दरार आई है वहां पास में ही ऑयल एंड गैस प्लांट है. स्थानीय जिला कलक्टर निशांत जैन ने बताया की जमीन में जहां दरार आई वहां केयर्न ऑयल एंड गैस का प्लांट है. यह जिले का सबसे बड़ा वेल ऑयल प्वाइंट है. मंगला प्रोसेसिंग टर्मिनल है.
तेल निकालने के लिए होने वाली ड्रिलिंग की वजह से जमीन में आई दरार
यह भी संभावना जताई जा रही है कि तेल निकालने के लिए होने वाली ड्रिलिंग के चलते जमीन में दरार आई है. निशांत जैन के अनुसार केयर्न ऑयल एंड गैस प्लांट की जियोलॉजिकल टीक का भी सहयोग लिया जा रहा है. कलक्टर जैन ने स्थानीय किसानों से इस मामले में शांति और संयम बनाए रखने की अपील की है.
बीकानेर में 16 अप्रैल को डेढ़ बीघा जमीन धंस गई थी
बीकानेर की लूणकरणसर तहसील के सहजरासर गांव में 16 अप्रैल को करीब डेढ़ बीघा जमीन धंस गई थी. 24 अप्रैल को जीएसआई यानी जियोलॉजिकल सर्वे ऑफ इंडिया की टीम मौके पर पहुंची. जमीन धंसने के कारणों का पता लगा रही है. जमीन धंस जाने के बाद जब भूगर्भ शास्त्री डॉ. देवेश खंडेलवाल से इसकी वजह पूछी गई तो उनका यही कहना था कि किसी जमाने में यहां जमीन के नीचे पानी का कोई प्राकृतिक स्त्रोत रहा होगा, जिसके सूख जाने के बाद यहां वैक्यूम बन गया. अचानक उसके खत्म हो जाने से जमीन धंस गई होगी. अभी तक जमीन धंसने की असली वजह का पता नहीं चल पाया है.