आखिर क्यों 3 दिन से धरने पर बैठे हैं पूर्व मंत्री रमेश चंद मीणा, जानें पूरा मामला

राजस्थान के करौली जिले में पूर्व मंत्री रमेश चंद मीना के नेतृत्व में 3 दिनों से धरना जारी है. मंत्री के धरने पर बैठने के बाद यहां की सियासत गरमा गई है. जानें क्या हैं इनकी मांग?

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धरने पर बैठे पूर्व मंत्री रमेश चंद मीना

Rajasthan News: राजस्थान में पूर्व मंत्री के धरने बैठने की खबर सामने आई. यह मामला करौली जिले का है, जहां मंडरायल कस्बे में तहसील कार्यालय को नए भवन में शिफ्ट करने की मांग को लेकर पंचायत राज के पूर्व मंत्री रमेश चंद मीना के नेतृत्व में पिछले 3 दिनों से धरना जारी है. इस धरने में कस्बे के सर्व समाज के लोग भी शामिल हैं, जो मांग कर रहे हैं कि नवनिर्मित तहसील को जल्द से जल्द शिफ्ट किया जाए ताकि क्षेत्रवासियों को बेहतर सुविधाएं मिल सकें. उनका कहना है कि वर्तमान तहसील पुरानी और क्षतिग्रस्त अवस्था में है, जिससे किसी भी समय बड़ा हादसा हो सकता है.

धरने का कारण और मांगें

पूर्व मंत्री रमेश चंद मीना ने बताया कि नवनिर्मित तहसील भवन का निर्माण गहलोत सरकार के समय 2018-19 के बजट में स्वीकृत किया गया था, और इसका कार्य सार्वजनिक निर्माण विभाग द्वारा पूरा कर 30 अगस्त 2024 को तहसीलदार को हैंडओवर कर दिया गया. लेकिन कुछ राजनीतिक कारणों और एनजीटी (नेशनल ग्रीन ट्रिब्यूनल) के आदेशों का हवाला देकर इसे शिफ्ट नहीं किया जा रहा है.

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पूर्व मंत्री ने बताया कि NGT के द्वारा एक समिति का गठन किया गया है, जिसमें पर्यावरण सचिव, मुख्य वन संरक्षक और जिलाधीश शामिल हैं. हालांकि वे चाहते हैं कि इस समिति की रिपोर्ट का इंतजार किए बिना ही नवनिर्मित भवन में तहसील शिफ्टिंग की जाए.

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जिम्मेदार अधिकारियों को दी गई सूचना

तहसीलदार कमल चंद शर्मा ने आश्वासन दिया कि नई तहसील को नवंबर माह तक शिफ्ट कर दिया जाएगा, और इस संबंध में सूचना उच्च अधिकारियों तक पहुंचा दी गई है. धरने में यह भी मुद्दा उठाया गया कि क्षेत्र में अवैध गतिविधियां जैसे- कोरेक्स और सट्टे का व्यापार हो रहा है, जिन पर ध्यान देने की आवश्यकता है.

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