Rajasthan News: हाल ही में राजस्थान दौरे पर आए प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी (Narendra Modi) ने 'कमल के फूल' को विधानसभा चुनाव में अपना उम्मीदवार और 'सीएम का चेहरा' घोषित किया था. जिसके बाद राजस्थान की सियासत गरमा गई थी, और विरोधी दल बीजेपी पर हमलावर हो गए थे. कुछ ऐसा ही एक नजारा शुक्रवार को दौसा के कांदोली में आयोजित ERCP यात्रा के समापन के दौरान देखने को मिला, जब मुख्यमंत्री अशोक गहलोत (Ashok Gehlot) बीजेपी पर हमलावर हो गए और उनके उम्मीदवार पर निशाना साध दिया.
'कमल का फूल क्या देगा आपको?'
सीएम ने कहा, 'बीजेपी ने कमल को अपना उम्मीदवार बनाया है. क्या कमल का फूल सड़क बनाएगा? क्या कमल का फूल स्वास्थ्य की योजना देगा? क्या कमल का फूल पानी की योजना देगा? क्या देगा वो आपको. कमल का फूल उनका निशान हो सकता है, पर जिस तरह से चेहरा घोषित नहीं कर रहे हैं, और माहौल बना रहे हैं, उसे आपको समझना होगा. बीजेपी के लोग डर गए हैं, घबरा गए हैं. जो जनता से कहते थे कि हमारा रिपोर्ट कार्ड देखिए और अच्छा लगे तो वोट दीजिए, ये अब सांसदों को विधानसभा चुनाव में उतार रहे हैं, और कमल के नाम पर जनता से उन्हें वोट देने के लिए कह रहे हैं. क्या ढाई लाख से तीन लाख वोटर्स में से बीजेपी को एक भी काबिल उम्मीदवार नहीं मिला?'
'अपने काम पर लड़ेंगे अगला चुनाव'
सीएम गहलोत ने आगे कहा, 'मैं इस मौके पर सिकराय विधानसभा क्षेत्र के इस मंच से ये घोषणा करना चाहता हूं कि अगला चुनाव हम अपने काम के बलबूते पर लड़ेंगे. हमने कई ऐसे कानून पास किए हैं, अधिकार जनता को दिए हैं, जो पूरे देश में कहीं नहीं दिए जा रहे हैं. हम उन्हीं के आधार पर अगला चुनाव लड़ेंगे. दिल्ली वाले आते हैं और झूठे वादे करके चले जाते हैं, लेकिन हम आपके साथ रहेंगे, आपके दुख-दर्द के साथ रहेंगे. आपका सामना हमसे होगा. इसीलिए हम बीजेपी की तरह कोई झूठ नहीं बोलेंगे. हम सिर्फ जन हित में काम करेंगे और अगला चुनाव अपने काम के बल पर लड़ेंगे.'
'विपक्षी पार्टियों को किया जाएगा तंग'
गहलोत यही नहीं रुके. उन्होंने बीजेपी पर हमला जारी रखते हुए आगे कहा, 'भारतीय जनता पार्टी चाल, चरित्र और चेहरा सब भूल चुकी है. देश के अंदर ईडी, इनकम टैक्स और सीबीआई से आतंक मचा रखा है. लोकतंत्र खतरे में है. संविधान की धज्जियां उड़ाई जा रही है. पहली बार ज्यूडिशियरी पर दवाब बनाया जा रहा है. विपक्षी पार्टियों को तंग किया जा रहा है. कृपया करके राजस्थान वासी समझें, चुनाव देश का भविष्य तय करेगा.'