Rajasthan Politics: क्या गुल खिलाएगी निर्दलीय विधायकों की ये डिनर पॉलिटिक्स? उपचुनाव से पहले राजस्थान में बढ़ी सियासी सरगर्मियां

Rajasthan Independent MLAs Meeting: राजस्थान में राज्यसभा चुनाव से पहले निर्दलीय विधायकों की डिनर पॉलिटिक्स की एक तस्वीर ने सियासी सरगर्मियां बढ़ा दी है.

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Rajasthan News: राजस्थान में राज्यसभा उपचुनाव की तारीखों का ऐलान होते ही सियासी सरगर्मियां बढ़ने लगी हैं. प्रदेश की दो सबसे बड़ी पार्टियों (भाजपा-कांग्रेस) के प्रदेशाध्यक्ष इस वक्त दिल्ली दौरे पर हैं और हाईकमान से मुलाकात कर रणनीति बना रहे हैं. वहीं दूसरी ओर प्रदेश के निर्दलीय विधायकों की डिनर पॉलिटिक्स भी सुर्खियां बटोर रही है. राजस्थान के सियासी गलियारों में वायरल तस्वीर को लेकर कई तरह की चर्चाएं हो रही है, और लोग इस मुलाकत के सियासी मायने समझने की कोशिश कर रहे हैं.

यूनुस खान ने सभी विधायकों को बुलाया

सोशल मीडिया पर वायरल तस्वीर में डीडवाना के निर्दलीय विधायक यूनुस खान, शिव विधायक रविंद्र सिंह भाटी, बाड़मेर विधायक प्रियंका चौधरी, चित्तौड़गढ़ विधायक चंद्रभान सिंह आक्या, बयाना विधायक ऋतु बनावत और सांचौर विधायक जीवाराम चौधरी एक साथ डिनर टेबल पर साथ बैठे नजर आ रहे हैं.

यह तस्वीर यूनुस खान के जन्मदिन पर जयपुर के एक होटल में आयोजित की गई पार्टी के दौरान ली गई है. खान ने इन सभी को पार्टी का निमंत्रण भेजा था. कहा जा रहा है कि इस दौरान कई मुद्दों पर भी चर्चा की गई है.

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निर्दलीय विधायक एकजुटता का प्रदर्शन

कहा यह जा रहा है कि राजस्थान में राज्यसभा चुनाव से पहले निर्दलीय विधायक एकजुटता का प्रदर्शन करने की कोशिश कर रहे हैं. अशोक गहलोत सरकार में निर्दलीय विधायकों का अपना दबदबा था. उनकी बात सुनी जाती थी. उनकी मांगें मानी जाती थी. क्योंकि गहलोत सरकार को निर्दलीय विधायकों की जरूरत थी. सचिन पायलट की बगावत के बाद सरकार निर्दलीय विधायकों पर निर्भर हो गई थी. 

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क्या अनदेखी से बचने के लिए कवायद?

हालांकि राजस्थान में भाजपा सरकार को कांग्रेस की तरह निर्दलीय विधायकों की आवश्यकता नहीं है. लेकिन फिर भी सदन के भीतर और बाहर की सियासत में निर्दलीय विधायक अपनी अनदेखी से बचने के लिए इस तरह की कवायद कर रहे हैं. बीते दिनों रविंद्र सिंह भाटी ने विधानसभा के अंदर भजनलाल सरकार को बजट में उनके क्षेत्र की अनदेखी करने के लिए घेरा था.

मगर, उसके बावजूद सदन में बजट पास हो गया. ऐसे में निर्दलीय विधायकों की इस मुलाकात को काफी अहम माना जा रहा है. सियासी पंडितों की मानें तो आने वाले समय में राजस्थान की सियासत से जुड़ी कई बड़ी खबरें सामने आ सकती हैं.

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