राजस्थान में पानी के लिए आपस में लड़ी महिलाएं, मटका फोड़ प्रदर्शन के बाद भी नींद में हैं अधिकारी!

घटना के बाद न तो जलदाय विभाग का कोई अधिकारी मौके पर पहुंचा, न ही स्थानीय जनप्रतिनिधियों ने स्थिति को संज्ञान में लिया. पावा गांव के लोगों ने चेतावनी दी है कि यदि जल्द जल संकट का समाधान नहीं हुआ तो वे आंदोलन करने को मजबूर होंगे.

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पानी के लिए लड़ाई करती महिलाओं का वीडियो वायरल हो गया है.

Rajasthan News: राजस्थान सरकार में कैबिनेट मंत्री जोराराम कुमावत (Joraram Kumawat) के विधानसभा क्षेत्र के पावा गांव में पेयजल संकट (Drinking Water Crisis) गंभीर रूप ले चुका है. भीषण गर्मी में पानी के लिए लोग तरस रहे हैं. वहीं महिलाएं घंटों कतार में खड़ी रहने के बावजूद एक मटका पानी भी नहीं जुटा पा रही हैं. 

पानी के लिए महिलाओं में लड़ाई

पावा गांव की शीतला माता कॉलोनी में पानी की आपूर्ति ठप पड़ने के बाद हालात बेकाबू हो गए हैं. दो दिन पहले सार्वजनिक नल पर पानी भरने को लेकर दो महिलाएं आपस में भिड़ गईं. दोनों ने एक-दूसरे के मटके फोड़ दिए. यह झगड़ा कैमरे में कैद हो गया और वीडियो सोशल मीडिया पर तेजी से वायरल हो गया.

महिलाओं ने किया प्रदर्शन.
Photo Credit: NDTV Reporter

करीब 50 घर और 1 सार्वजनिक नल

स्थानीय निवासी बताते हैं कि कॉलोनी में लगभग 40-50 घर हैं और पानी भरने के लिए केवल एक ही सार्वजनिक नल उपलब्ध है. पिछले कई दिनों से नल में या तो पानी आता ही नहीं या बहुत कम मात्रा में आता है. नतीजा यह है कि लोगों को कई-कई घंटे इंतजार करना पड़ता है.

पानी भरने के लिए लगी लाइन.
Photo Credit: NDTV Reporter

‘हर घर नल से जल' योजना से कोसों दूर

स्थिति यह है कि जलदाय विभाग का कोई भी अधिकारी मौके पर नहीं पहुंचा. नाराज लोगों ने मटका फोड़ प्रदर्शन कर अपनी नाराजगी जाहिर की. कॉलोनी वासियों ने आरोप लगाया कि ‘हर घर नल से जल' योजना का लाभ उन्हें आज तक नहीं मिला है. सरकार की घोषणाएं केवल कागजों तक सीमित हैं.

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जवाई डेम में भरपूर पीने का पानी उपलब्ध है.
Photo Credit: NDTV Reporter

जवाई बांध में भरपूर पानी, फिर भी सुमेरपुर-तखतगढ़ प्यासा

गौरतलब है कि जवाई बांध में पर्याप्त मात्रा में पानी मौजूद है, इसके बावजूद सुमेरपुर, तखतगढ़ और आसपास के ग्रामीण इलाकों में जल संकट गहराया हुआ है. जल प्रबंधन में लापरवाही और खराब वितरण व्यवस्था पर सवाल उठने लगे हैं. यदि यही स्थिति रही तो आने वाले दिनों में जल संकट और भयावह हो सकता है. उन्होंने कैबिनेट मंत्री जोराराम कुमावत और जिला प्रशासन से तुरंत समाधान की मांग की है.

अधिकारियों ने कहा- जल्द होगा समाधान

सुमेरपुर उपखंड में जलदाय विभाग के अधिकारी कल्पेश ने बताया कि अंतिम छोर पर होने के कारण प्रेशर की समस्या रहती है. बिजली की समस्या भी है. बीच में मोटर जल गई थी. अब दुरुस्त करवा दी गई है. जेजेएम के तहत हर घर नल पाइप लाइन बिछाने के वर्क ऑर्डर हो गए हैं. जल्द समस्या का निदान हो जाएगा.

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