जैसलमेर पर्यटन को लेकर 4 बड़ी चुनौतियां, निदान हो जाए तो और निखर जाएगी 'स्वर्ण नगरी'

जैसलमेर राजस्थान का एक ऐतिहासिक शहर है, जो अपने सुनहरे रेगिस्तान, प्राचीन किलों और महलों के लिए जाना जाता है. यह शहर पर्यटन के लिए एक लोकप्रिय गंतव्य है, लेकिन हाल के वर्षों में कुछ चुनौतियों का सामना कर रहा है.

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स्वर्ण नगरी जैसलमेर का मनोरम द्वश्य, जिसे देखने पूरी दुनिया से लोग जुटते हैं.
जैसलमेर:

World Tourism Day: जैसलमेर, राजस्थान का एक प्रमुख पर्यटन स्थल है, जिसे "स्वर्ण नगरी" के रूप में भी जाना जाता है. यह अपनी अनूठी स्थापत्य कला, समृद्ध इतिहास और प्राकृतिक सुंदरता के लिए जाना जाता है. हालाँकि, जैसलमेर पर्यटन को लेकर कई चुनौतियाँ भी हैं, जिनसे निपटने की आवश्यकता है. स्थानीय लोगों के साथ-साथ प्रशासन का भी कहना है कि इस चुनौतियों का निदान हो जाए तो स्वर्ण नगरी की खूबसूरती और निखर जाएगी. आज विश्व पर्यटन दिवस पर आइए जानते हैं, जैसलमेर पर्यटन की उन चार चुनौतियों के बारे में.

1. प्राचीन धरोहरों का संरक्षण

जैसलमेर अपनी अनूठी स्थापत्य कला के लिए मशहूर है. यहां के पीले पत्थरों पर की गई बारीक नक्काशी कहीं नहीं मिलती है. लेकिन प्राचीन धरोहरों की देखभाल नहीं होने से बदहाल स्थिति में है. गड़ीसर सरोवर, पटवा हवेली, सालमसिंह की हवेली, सोनार दुर्ग बदहाल हालत में है. इनका संरक्षण हो जाए तो यह निश्चित तौर पर सैलानियों को अपनी ओर आकर्षित करेगा.

2. ट्रैवल कंपनियों ने मोड़ा मुंह

देश-विदेश की बड़ी-बड़ी ट्रेवल कंपनियों के प्लान में जैसलमेर शामिल हुआ करता था. मगर अब स्थानीय समस्याओं के चलते ट्रेवल कंपनियों ने जैसलमेर को अपने शेड्यूल से हटा दिया है. इस वजह से यहां का पर्यटक बीकानेर, जोधपुर व अन्य जिलों की तरफ डायवर्ट हो रहा है. ऐसे में जरूरी है कि ट्रैवल कंपनियों की समस्याओं को समझकर उसका निदान किया जाए. ताकि देश-विदेश से सैलानी आसानी से टूर पैकेज बूक कर जैसलमेर पहुंच सके.

3. पर्यटकों को ठगने वाले अराजक तत्वों पर कार्रवाई

जैसलमेर पर्यटन को सबसे ज्यादा नुकसान लपकागिरी से हो रहा है. लपकागिरी उन लोगों को कहा जाता है जो पर्यटकों को ठगते हैं. जैसलमेर आने वाले पर्यटकों को लपकागिरी उनसे मोटी रकम वसूलने के लिए तरह-तरह के बहाने बनाते हैं. उन्हें सस्ते होटलों में ठहराने के नाम पर महंगे होटलों में ठहरा दिया जाता है, और सफारी के नाम पर हजारों रुपए वसूल लिए जाते हैं. ऐसे लोगों पर तुरंत एक्शन लेने की जरूरत है. ताकि सैलानियों को बेवजह परेशान नहीं होना पड़े. 

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4. व्यवस्थाओं को मजबूत करने की जरूरत

जैसलमेर कहने को तो पर्यटन नगरी है, लेकिन यहां पर्यटक की दृष्टि से व्यवस्थाओं के नाम पर कुछ नहीं है. यातायात व्यवस्था, आवारा पशुओं की भरमार और जगह-जगह गंदगी के ढेर सैलानियों के मन में यहां की छवि बिगाड़ रहे हैं. ऐसे में यदि प्रशासन इन समस्याओं का निदान कर दे तो जैसलमेर की खूबसूरती में और चार चांद लग जाएगा.

प्रशासन, स्थानीय कारोबारी और लोगों की मदद से बनेगी बात
जैसलमेर पर्यटन के लिए एक बड़ा अवसर है. लेकिन स्थानीय समस्याओं को दूर करने के लिए ठोस कदम उठाए जाने की आवश्यकता है. इन समस्याओं को दूर करने के लिए सरकार, पर्यटन विभाग और स्थानीय व्यवसायियों को मिलकर काम करने की जरूरत है.

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