Yashaswini Scheme: राजस्थान से हुई यशस्विनी योजना की शुरुआत, महिला उद्यमियों को मिलेगा बढ़ावा

केंद्रीय MSME मंत्री जीतनराम मांझी ने कहा कि हमारे प्रधानमंत्री ने महिलाओं को आर्थिक तौर पर मजबूत करने के लिए ये योजना शुरू की है. यह योजना राजस्थान मे लॉन्च हो रही है राजस्थान से शुरू करने के पीछे एक मकसद है कि यहां की महिलाएं हाथ की कुशल कारीगर हैं.

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Yashaswini Scheme In Rajasthan: राजस्थान में महिला उद्योगों को सशक्त करने के लिए ग्रामीण विकास सूक्ष्म लघु एवं मध्यम उद्यम मंत्रालय के द्वारा यशस्विनी योजना की शुरुआत राजधानी जयपुर से की गई है. इस दौरान प्रदेश के अलग-अलग जिलों से लगभग 600 के करीब महिलाएं शामिल हुईं. इस दौरान MSME मंत्री जीतन राम मांझी, केंद्रीय राज्यमंत्री शोभा करंदलाजे और मंत्रालय निर्देशक अंकिता पांडे, राजस्थान सरकार में मंत्री के.के विश्नोई समेत कई महिला उद्यमी मौजुद रहीं .

कार्यक्रम में केंद्रीय MSME मंत्री जीतनराम मांझी ने कहा कि "आज बेरोजगारी का आलम ये है की युवा रोज़गार के लिए भटक रहे है. कोई भी सरकार सभी को रोजगार नहीं दे सकती है. इसलिए हम स्वरोजगार को बढ़ावा दे रहे हैं. MSME के जरिए लोगों को रोज़गार मिल रहा है.''

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उन्होंने कहा, ''भारत की संस्कृति में महिलाओ का योगदान अद्वितीय रहा है. सरस्वती, दुर्गा और लक्ष्मी के रूप में तीनो देवियों ने हिंदुस्तान को आगे बढ़ाने का काम किया. अंतरिक्ष में जाने की बात हो सेना में जाने की बात हो हमारी बेटियां पीछे नहीं रहीं. वर्तमान में महिलाओ को मजबूत बनाने पर काम किया जा रहा है''

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हमारे प्रधानमंत्री ने महिलाओं को आर्थिक तौर पर मजबूत करने के लिए ये योजना शुरू की है. यह योजना राजस्थान मे लॉन्च हो रही है. राजस्थान से शुरू करने के पीछे एक मकसद है यहां की महिलाएं हाथ की कुशल कारीगर भी हैं.

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क्या है यशस्विनी योजना ?

महिला उद्यमियों को सशक्त बनाने और लघु उद्योगों को बढ़ावा देने के उद्देश्य से भारत सरकार द्वारा यशस्विनी योजना शुरू की गई है। यह योजना महिला उद्यमियों को वित्तीय सहायता और अन्य सहायता प्रदान करती है ताकि वे अपने व्यवसायों का विस्तार कर सकें और आत्मनिर्भर बन सकें।

योजना के मुख्य लाभ:

  • वित्तीय सहायता: महिला उद्यमियों को ऋण, सब्सिडी और अनुदान के रूप में वित्तीय सहायता प्रदान की जाती है।
  • कौशल विकास: महिला उद्यमियों को प्रशिक्षण और कौशल विकास कार्यक्रमों में भाग लेने का अवसर प्रदान किया जाता है।
  • बाजार तक पहुंच: महिला उद्यमियों को अपने उत्पादों और सेवाओं का विपणन करने में मदद करने के लिए बाजार तक पहुंच प्रदान की जाती है।
  • अन्य सहायता: महिला उद्यमियों को कानूनी सहायता, बुनियादी ढांचे की सुविधाओं तक पहुंच और अन्य आवश्यक सहायता प्रदान की जाती है।

इस दौरान केंद्रीय MSME राज्यमंत्री शोभा करंदलाजे ने कहा कि, ''महिला परिवार को संभाल सकती हैं तो समाज को भी संभाल सकती हैं. पुरुष सिर्फ ऑफिस या घर से बाहर ही काम कर सकते हैं. लेकिन महिलाएं बाहर भी काम कर सकती हैं और घर में भी काम कर सकती है. यही बात महिला सशक्तिकरण की मिसाल है. महिला समूह बनाने का संकल्प अटल बिहारी वाजपाई ने लिया था. आज वो साकार हो रहा है महिलाए घरों से बाहर निकल रही हैं. अब मोदी महिलाओं को उद्यमी बना रहे है.''

राजस्थान सरकार मे राज्य मंत्री के के विश्नोई ने कहा कि "पिछले 10 साल के कार्यकाल में मोदी महिलाओ के लिए नेट नई स्कीम लाए हैं. बेटी बचाओ बेटी पढ़ाओ, विश्वकर्मा और अब यशस्विनी योजना की शुरुआत की है. पीएम मोदी का बस एक ही मकसद है महिलाओं को मजबूत करना. राजस्थान में जल्द ही 150 करोड़ की लागत से MSME सेंटर बनाने जा रहा है. राजस्थान सरकार हमेशा महिलाओ के साथ है. खास तौर पर MSME से जुड़ी महिलाओ को किसी भी तरह की दिक्कत नहीं होगी.

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