Year End 2024: महाराणा प्रताप के वंशजों के बीच की लड़ाई आ गई थी सड़कों पर, राजमहल से चले थे पत्थर

Year 2024: 25 नवंबर को महाराणा प्रताप के वंशजों के बीच तनाव इस कदर बढ़ा कि पत्थरबाजी तक हो गई.

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Mewar Royal Family: इस साल उदयपुर में पूर्व राजपरिवार के सदस्यों के बीच मचा घमासान भी सुर्खियों में रहा. नाथद्वारा से बीजेपी विधायक विश्वराज सिंह मेवाड़ के पगड़ी दस्तूर (राजतिलक) के बाद धूणी दर्शन को लेकर विवाद हुआ था. महाराणा प्रताप के वंशजों के बीच तनाव इस कदर बढ़ा कि पत्थरबाजी तक हो गई. दरअसल, 25 नवंबर की  दोपहर में विश्वराज सिंह मेवाड़ (Vishvraj Singh Mewar) का 'राजतिलक' चित्तौड़गढ़ के किले में पारंपरिक तरीके से किया गया. चित्तौड़गढ़ से सीधे विश्वराज सिंह मेवाड़ उदयपुर सिटी पैलेस के पास पहुंचे. वह अपने समर्थकों के साथ पैलेस के भीतर धूणी दर्शन और एकलिंगजी मंदिर के लिए पहुंचे थे. लेकिन उनके पहुंचते ही पुलिस ने बैरेकेट लगाकर सभी को रोक दिया था. इसके बाद से यहां हंगामा मचा हुआ है.

सिटी पैलेस के पास विश्वराज सिंह मेवाड़ के समर्थक देर रात तक डटे रहे थे. समर्थक जब धीरे-धीरे पैलेस के दरवाजे तक पहुंचे तो उन पर पैलेस के अंदर से पत्थरबाजी शुरू हो गई. इस दौरान तीन लोगों को पत्थर से गहरी चोट आई है. देर रात तक अड़े रहने के बाद भी विश्वराज सिंह मेवाड़ को उदयपुर सिटी पैलेस में धूणी दर्शन की अनुमति नहीं मिल पाई थी. 

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ट्रस्ट की ओर से पहले ही जारी कर दिया गया था नोटिस

स‍िटी पैलेस को 24 नवंबर को आम नागरिक और सैलान‍ियों के लिए भी बंद कर दिया गया था. साथ ही ट्रस्ट की ओर से नोटिस जारी किया गया था कि सिटी पैलेस में केवल आधिकारिक लोग ही प्रवेश कर सकते हैं. इसके अलावा किसी को घुसने की इजाजत नहीं होगी. रैली, हंगामा या नारेबाजी करते हुए कोई प्रवेश करता है तो उस पर सख्त कानूनी कार्रवाई की जाएगी.

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कलेक्टर की मौजूदगी में हुए दर्शन

पत्थरबाजी के बाद बड़ी पोल से लेकर धूणी और जनाना महल तक के क्षेत्र के लिए कानून व्यवस्था बनाए रखने के लिए तुरंत रिसीवर नियुक्त किया. प्रशासन की मौजूदगी में सिटी पैलेस स्थित धूणी पर जाकर उन्होंने महाराणा बनने की पूरी प्रक्रिया पूरी की. प्रशासन के सहयोग के बाद महाराणा प्रताप के वंशजों में यह विवाद समाप्त हो पाया. हालांकि कोर्ट में दोनों तरफ से अपनी-अपनी दलीलों के साथ दावे किए गए हैं. 

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लक्ष्यराज सिंह मेवाड़ के इस बयान की हुई थी चर्चा

उदयपुर सिटी पैलेस में धूणी दर्शन और एकलिंगजी मंदिर में दर्शन की सहमति के बारे में लक्ष्यराज सिंह मेवाड़ ने कहा कि हम पहले ही दिन से कहते आ रहे हैं कि हजारों लोगों को लेकर दरवाजे के ऊपर खड़े हो जाओ और घुस जाओ. ये चीजे चलने वाली नहीं हैं. इस बात पर मैं कहता हूं कि सरकार के सारे लोग और प्रशासन के सारे लोगों ने बड़े ही गंभीरता और बड़े ही इज्जत के साथ इस काम को कराया है. एक बात हम लोगों को समझनी पड़ेगी कि वेवजह हिंसा के प्रशंसक हम भी नहीं हैं, पर समझ ले दुनिया नपुंसक नहीं हैं. उनका यह वीडियो काफी वायरल किया गया था. 

धूणी दर्शन के बाद विश्वराज सिंह बोले- छोटी सी बात थी

वहीं, विश्वराज सिंह मेवाड़ का कहना था कि कि छोटी सी बात थी, अगर यह शुरुआत में ही ऐसा हो जाता तो दो दिन इस प्रकार से माहौल नहीं होता. धूणी दर्शन की फोटो को लेकर उन्होंने कहा कि प्रशासन की तरफ से कहा गया था कि सिटी पैलेस के भीतर से कोई फोटो वायरल नहीं किया जाए. इसी कारण से धूणी दर्शन करते हुए कोई फोटो नहीं है.

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