भारत की नाओरेम रोशिबिना देवी ने गुरुवार को 19वेंएशियाई खेलों की महिला 60 किग्रा वुशु सांडा में रजत पदक अपने नाम किया. फाइनल मुकाबले में नाओरेम रोशिबिना देवी चीन की वू जियाओवेई से 2-0 से हार गईं और उन्होंने पोडियन पर दूसरे स्थान पर फिनिश किया.
रोशिबिना को गत चैंपियन शियाओवेई के खिलाफ जूझना पड़ा और उन्होंने चीन की खिलाड़ी को अच्छी शुरुआत करने का मौका दिया. जजों ने दो दौर के बाद शियाओवेई को विजेता घोषित किया. चीन की खिलाड़ी पहले दौर से ही आक्रामक दिखी और उन्होंने रोशिबिना को गिराकर अंक बनाए.
मणिपुर की खिलाड़ी ने वापसी करते हुए शियाओवेई का पैर पकड़कर उन्हें सीमा रेखा से बाहर करने की कोशिश की लेकिन नाकाम रही जिससे चीन की खिलाड़ी ने 1-0 की बढ़त बनाई. दूसरे दौर में चीन की खिलाड़ी ने रोशिबिना के शरीर के ऊपरी हिस्से पर प्रहार से अंक जुटाया और जीत दर्ज की.
रोशिबिना ने 2018 में जकार्ता खेलों में कांस्य पदक जीता था. ऐसे में यह इस खिलाड़ी का लगातार दूसरे एशियन गेम्स में पदक है. नाओरेम रोशिबिना देवी ने इससे पहले क्वार्टरफाइनल में कजाकिस्तान की ऐमान करश्यगा को प्वाइंट अंतर से हराकर पदक पक्का किया था. इसके बाद उन्होंने सेमीफाइनल में वियतनाम की थी थू थोय गुयेन को 2-0 से हराकर फाइनल में प्रवेश किया.
बता दें, भारत को वुशु में कभी भी एशियन गेम्स में स्वर्ण पदक नहीं मिला है. 19वें एशियन गेम्स से पहले भारत को वुशु में एशियाड में 9 रचत और 8 कांस्य पदक मिले थे. रोशिबिना से पहले वुशु में संध्यारानी देवी ने 2010 में एशियाई खेलों में रजत पदक जीता था. वहीं, नाओरेम रोशिबिना देवी की इस जीत के साथ ही भारत का वुशु में अभियान भी समाप्त हुआ.
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