IND vs ENG: यह रिकॉर्ड तोड़ने से बस तीन विकेट दूर हैं अश्विन, ऐसा हुआ तो टूट जाएगा 12 साल पुराना रिकॉर्ड

Ravichandran Ashwin: आश्विन ने कुछ दिन पहले ही 500 विकेट लेने वाले दुसरे भारतीय खिलाड़ी बने हैं. अब अश्विन एक और रिकॉर्ड तोड़ने की दहलीज पर खड़े हैं.

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नया रिकॉर्ड तोड़ने के करीब अश्विन

Ravichandran Ashwin's 348 New Record Awaiting: भारत के स्टार स्पिनर रविचंद्रन अश्विन ने भारत और इंग्लैंड के बीच चल रही टेस्ट सीरीज के दौरान 500 विकेट पूरे कर नया कीर्तिमान रचा था. अश्विन ने 500 टेस्ट विकेट लेने वाले दूसरे भारतीय क्रिकेटर हैं. इससे पहले यह कारनामा करने वाले वाले अनिल कुंबले थे. अब अश्विन एक बार फिर एक और रिकॉर्ड बनाने की दहलीज पर खड़े हैं. वह रिकॉर्ड है भारतीय मैदान में 350 विकेट लेने का रिकॉर्ड। यह रिकॉर्ड भी अनिल कुंबले के नाम है. 

अश्विन अब तक भारत में 348 विकेट (Ravichandran Ashwin 348 Wickets on Indian Ground)  ले चुके हैं और अगर वो रांची में होने वाले अगले टेस्ट में 3 विकेट और ले लेते हैं तो अनिल कुंबले का रिकॉर्ड तोड़ देंगे. इंग्लैंड कम खिलाफ जारी पांच मैचों की टेस्ट सीरीज में भारत ने अब तक शानदार प्रदर्शन किया है. भारत इस सीरीज में 2-1 की बढ़त बनाये हुए है. राजकोट टेस्ट में यशस्वी जायस्वाल, शुभमन गिल और अंतरराष्ट्रीय क्रिकेट में पदार्पण करने वाले सरफराज़ खान की शानदार बल्लेबाज़ी और रविंद्र जड़ेजा, मोहम्मद सिराज और बुमराह की घातक गेंदबाजी की बदौलत भारत ने इंग्लैंड को ज़बरदस्त शिकस्त दी थी.

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भारत अब दोनों टेस्ट मैच जीतना चाहेगा. इन दोनों टेस्ट मैचों में युवा बल्लेबाजों के अलावा स्टार स्पिनर रविंद्रन अश्विन के भारत की धरती पर 350 विकेट लेने वाले गेंदबाजों की सूची में पहले पायदान पर आने का मौका होगा.

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500 विकेट लेने वाले दुनियां के नौवें गेंदबाज 

500 विकेट का आंकड़ा छूने वाले एकमात्र अन्य ऑफ स्पिनर श्रीलंका के महान मुथैया मुरलीधरन (800) और ऑस्ट्रेलिया के नाथन लियोन (517) हैं, जिन्होंने पिछले साल ऐसा किया था. कुल मिलाकर अश्विन टेस्ट प्रारूप में 500 विकेट लेने वाले केवल नौवें गेंदबाज हैं, जिन्होंने अपने 97वें टेस्ट में यह उपलब्धि हासिल की है.

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2011 में टेस्ट क्रिकेट में पदार्पण करने के बाद, अश्विन ने एक लंबा सफर तय किया है. चेन्नई के इंजीनियरिंग स्नातक ने एक शीर्ष क्रम के बल्लेबाज के रूप में शुरुआत की और ऑफ-स्पिनर की भूमिका निभाने से पहले मध्यम गति की गेंदबाजी में अपना हाथ आजमाया, यह निर्णय उन्हें किशोरावस्था के दौरान पीठ की चोट के कारण लेना पड़ा.