Ind vs Eng: 5वें और अंतिम टेस्ट में 112 साल पुराना टेस्ट रिकॉर्ड तोड़ सकती है टीम इंडिया

इंग्लैंड ने साल 1912 में यह कारनामा कर दिखाया था और टेस्ट इतिहास की बात करें तो अब तक ऐसा तीन बार हो चुका है जिसमे दो बार ऑस्ट्रेलिया ने साल 1897 - 1898 और 1901 - 1902 में किया है और इंग्लैंड ने 1912 में ऐसा कारनामा किया था.

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प्रतीकात्मक तस्वीर

India-England Test Series: 5 टेस्ट मैचों की सीरीज में चार मुकाबले जीत कर सीरीज में अजेय बढ़त बना चुकी टीम इंडिया धर्मशाला में खेले जाने वाले पांचवें और आखिरी टेस्ट मैच में इंग्लैंड को हराकर टेस्ट क्रिकेट में नया रिकॉर्ड अपने नाम कर सकती है. भारतीय टीम तीन मुकाबले जीतकर 5 मैचों की सीरीज में 3-1 से  आगे है.

7 मार्च को धर्मशाला में शुरू होने वाले अंतिम टेस्ट मैच में इंग्लैंड को चारो खाने चित्त करने के इरादे से मैदान में उतरेगी. भारतीय पहले तीन टेस्ट जीत कर पहले ही इंग्लैंड की टीम पर हावी हो चुकी है.

गौरतलब है कप्तान रोहित शर्मा की कप्तानी में टीम ने शानदार प्रदर्शन किया  है. टीम इंडिया में खासकर युवा खिलाड़ियों ने बेहतरीन प्रदर्शन किया है. युवा ओपनर बल्लेबाज यशस्वी जायसवाल (Yashasvi Jaiswal) ने दो दोहरे शतक लगाए हैं. शुभमान गिल (Shubman Gill) और ध्रुव जुरेल (Dhruv Jurel) ने चौथे टेस्ट शानदार बल्लेबाजी कर टीम को जीत दिलाई.

सीरीज पर कब्ज़ा जमाने के बाद अब टीम इंडिया की नज़र (IND vs ENG) अब आखिरी टेस्ट मुकाबले को जीतने की ही नहीं, बल्कि वह इंग्लैंड के खिलाफ 112 साल पुराना रिकॉर्ड को तोड़ने की कोशिश करेगी, जो रिकॉर्ड इंग्लैंड के ही नाम है.

टूटेगा 112 साल पुराना रिकॉर्ड 

टीम इंडिया अगर धर्मशाला में इंग्लैंड (Team India Will Break Record in 5th Test) के खिलाफ आखिरी टेस्ट जीत जाती है तो वो पांच मैचों की टेस्ट सीरीज में 112 साल बाद ऐसा करने वाली दूसरी टीम बन जाएगी, जिसने पांच मैचों की सीरीज का पहला मैच हारने के बाद बाकी बचे चारो मुकाबले जीती हो.

इंग्लैंड ने साल 1912 में यह कारनामा कर दिखाया था और टेस्ट इतिहास की बात करें तो अब तक ऐसा तीन बार हो चुका है जिसमे दो बार ऑस्ट्रेलिया ने साल 1897 - 1898 और 1901 - 1902 में किया है और इंग्लैंड ने 1912 में ऐसा कारनामा किया था.

तीन बार हो चुका है ये कारनामा 

टीम                      साल

ऑस्ट्रेलिया          1897 - 1898

ऑस्ट्रेलिया          1901 - 1902

 इंग्लैंड                   1912

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