U-19 Cricket World Cup: उदय साहरन की कामयाबी का राज, पिता के साथ बॉन्डिंग, मेहनत और चोट लाई रंग

राजस्थान के श्रीगंगानगर के उदय सहारन के नेतृत्व में टीम इंडिया का U-19 क्रिकेट टीम आईसीसी वर्ल्ड कप के फाइनल में पहुंच चुकी है.

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उदय सहारन कर रहे हैं U19 टीम इंडिया का नेतृत्व

U-19 Cricket World Cup: टीम इंडिया की अंडर-19 टीम ICC World Cup के फाइनल में जगह बना ली है. U-19 Cricket World Cup के सेमीफाइलन में टीम इंडिया ने साउथ अफ्रीका को 2 रन हराया. इसके बाद उदय सहारन (Uday Saharan) की टीम फाइनल में एक बार फिर जगह बना ली है. राजस्थान के उदय सहारन U-19 टीम इंडिया का नेतृत्व कर रहे हैं और अब भारत 9वीं बार वर्ल्ड कप का फाइनल मैच खेलने वाला है. आपको बता दें, भारत लगातार 5वीं बार फाइनल में जगह बनाने में कामयाब हुआ है. जिसमें पिछले चार फाइनल में दो बार जीत हासिल कर चैंपियंन बना है. हालांकि, टीम इंडिया ने सबसे ज्यादा 5 बार खिताब जीत चुका है. अब उदय सहारन टीम इंडिया को अपने छठे खिताब के करीब ले आएं हैं.

सेमीफाइनल मैच में उदय साहरन ने 81 रन की शानदार कप्तानी पारी खेली. जबकि सचिन धास ने 96 रन की पारी खेलकर टीम को जीत दिलाई. वहीं, टीम के कप्तान उदय सहारन राजस्थान के श्रीगंगानगर जिले के निवासी हैं ऐसे में श्रीगंगानगर सहित राजस्थान में खासी खुशी है. उदय सहारन के घर में भी काफी खुशी का माहौल है. वहीं, उदय सहारन की जीत पर उनके माता-पिता और बहन बड़ी बात कही है. इसके साथ उन्होंने उदय सहारन के सफलता के राज खोले हैं.

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उदय ने सपना किया पूरा

उदय सहारन के पिता संजीव सहारन जो खुद एक क्रिकेटर हैं. वह बीसीसीआई के लेवल वन कोच भी हैं, उन्होंने बताया कि उदय ने सेमीफाइनल में बहुत शानदार बल्लेबाजी की. जैसा वह चाहते थे वैसी ही बल्लेबाजी की. उन्होंने बताया कि वे उदय कि इस कामयाबी से बहुत खुश हैं. उदय को बचपन से ही क्रिकेट खेलने का शौक था और घर में माहौल भी ऐसा ही था. उन्होंने बताया कि उदय को बचपन से ही सफलता की जिद थी. जिस काम को करने की ठान लेता वह काम पूरा करने के बाद ही दम लेता. उन्होंने बताया कि कोरोना काल में भी खाली ग्राउंड में भी उदय ने चार चार घंटे अभ्यास किया.

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कोच और पिता में बैलेंस बैठने से मिल रही कामयाबी

उदय सहारन की मां शालिनी बेटे की कामयाबी से काफी खुश हैं. उन्होंने कहा कि उदय ने जो ख़ुशी उन्हें दी है वह उसे कभी भुल नहीं सकती. उन्होंने कहा कि उदय ने अपने पिता से ही कोचिंग ली है और कभी कभी उदय को भी लगता था कि उसके पिता हमेशा कोच के रूप में ही सोचते हैं. ऐसे में उन्होंने एक पिता और एक कोच में बैलेंस बैठने की कोशिश की जो कि काफी मुश्किल भरा काम था. वह अपनी इस कोशिश में कामयाब भी रही. उन्होंने कहा कि जब उसका वर्ल्ड कप में नाम आया तो उन्होंने कहा कि हर मां यही चाहती है कि उनका बेटा स्पेशल बने और पूरी दुनिया में उनका नाम रोशन करे.

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बहन ने कहा मेहनत और चोट लाई रंग

उदय सहारन की बहन स्निग्धा ने कहा कि उदय के खेल में मम्मी पापा का बहुत स्पोर्ट बहुत अधिक रहा है. लेकिन उदय ने खूब मेहनत की है और खूब चोटें खायी हैं. उन्होंने कहा कि वह अपनी मेहनत के बल पर खूब आगे बढ़ रहा है और वे दुआ करती है कि उदय जितना आगे जाना चाहता है .

जिस स्कूल के ग्राउंड में उदय सहारन ने काफी सालों तक प्रैक्टिस की, उस स्कूल के संचालक हेमंत गुप्ता ने कहा कि यह काफी खुशी भरा पल है. क्योंकि उनके स्कूल ग्राउंड की अकैडमी से खेल कर एक खिलाड़ी आसमान की बुलंदियां छू रहा है. उन्होंने कहा कि वह उम्मीद करते हैं कि जल्दी ही उनके अकादमी से और भी खिलाड़ी निकलेंगे और भारत का नाम रोशन करेंगे. वही उदय सहारन के साथ खेले हुए खिलाड़ी भी काफी खुश नजर आ रहे हैं. उन्होंने कहा कि उदय सहारन के साथ खेलकर उन्हें काफी मोटिवेशन मिलता है साथ ही वह उम्मीद करते हैं कि फाइनल में भारत की टीम वर्ल्ड कप जीत जाएगी

उदय सहारन ने वर्ल्ड कप में बांग्लादेश के खिलाफ मैच में 64, आयरलैंड के खिलाफ 75, यूएसए के खिलाफ 35, न्यूजीलैंड के खिलाफ 34, नेपाल खिलाफ मैच में 100 और साउथ अफ्रीका के खिलाफ सेमीफाइनल में 81 रन बनाये हैं.

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