राजस्थान (Rajasthan) की सांस्कृतिक राजधानी जोधपुर अपने ऐतिहासिक किलों और महलों के साथ विश्व मानचित्र पर एक प्रमुख पर्यटन स्थल है. जोधपुर के पूर्व महाराजा गजसिंह की दूरदर्शी सोच से आज भी जोधपुर में ऐतिहासिक किलों, महलों और पौराणिक धरोहरों के साथ-साथ सैकड़ों वर्ष पूर्व किलों और महलों में लुप्त हो रही चित्रकारी, लघु चित्रकला और पूर्व के राजपत्रित दस्तावेजों और ऐतिहासिक धरोहरों के साथ-साथ पुराने अभिलेखों, पांडुलिपियों और पुरानी पेंटिंग्स और लुप्त हो रही वस्तुओं को संरक्षित करने का कार्य जोधपुर के ऐतिहासिक मेहरानगढ़ किले में बने कला संरक्षण केंद्र में वैज्ञानिक पद्धति के अनुसार किया जा रहा है. यह कार्य कई अनुभवी और प्रशिक्षित लोगों के जरिए बखूबी किया जा रहा है. जिससे आने वाली पीढ़ियां इन ऐतिहासिक धरोहरों से रू-ब-रू हो सकें.