Academic Pressure: आजकल बच्चे पढ़ाई का ही नहीं बल्कि अभिभावकों और शिक्षकों की अपेक्षाओं के बोझ में दबते चले जा रहे हैं. और अगर ये समय रहते कम नहीं हुआ तो ये मानसिक विकारों का कारण बन सकता है. दरसल राष्ट्रीय आयुर्वेद संस्थान ने दसवीं में पढ़ने वाले छात्रों पर एक सर्वे किया है जिसमें बचाया गया है कि बढ़ती शैषणिक प्रतिस्पर्धा, परीक्षा का भय और अभिभावकों की अपेक्षाएं स्कूली छात्रों की मानसिक सेहत पर गहरा प्रभाव डाल रही है .इसके कारण बच्चों में तनाव, चिड़चिड़ापन, आत्मविश्वास की कमी जैसे लक्षण बढ़ते जा रहे हैं. रिपोर्ट के मुताबिक 10वीं के छात्रों में 72 फीसदी केस मध्यम स्तर के एकेडमिक तनाव से जूझ रहे हैं और 6 फीसदी छात्र गंभीर रुप से तनाव जूझ रहे हैं. अब सवाल ये कि कैसे बच्चों के तनाव को कम किया जा सकता है ? #academicpressure #educationnews #education #boardexams #students #stressandanxiety